जागरूकता की मिशाल बना, शुद्ध के लिये युद्ध


धन्यवाद के पात्र है सभी पत्रकारी साथी
मुरैना। धन्यवाद के पात्र हैं पत्रकार साथी जो इस मुहिम का यहां तक लेकर आए और अभी भी पूरे मन से व्यापारियों से शुद्ध के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं कुछ दिनों पूर्व से जिले के समाजसेवी व पत्रकारों की पहल पर शुद्ध के लिये युद्ध नामक एक मुहिम की शुरूआत की गयी। इस मुहिम का मुख्य लक्ष्य प्रत्येक जनमानस को मिलावट के विरूद्ध जागरूक करना है। इस मुहिम का जब आरंभ हुआ तो तेजी के साथ लोगों ने इस मुहिम के साथ जुडऩा आरंभ कर दिया जिससे मिलावट के व्यापार से जुड़े अनेकों व्यापारियों में हडकंप मच गया। मामला यहां तक पहुंच गया कि शुद्ध व अशुद्ध कारोबार करने वाले व्यापारी भी सरेआम मंच पर शपथ लेते नजर आये और स्वयं ही भविष्य में मिलावट न करने का बात कहते दिखे। इतना ही नहीं विगत दिवस एक मिष्ठान भण्डार का सैंपल फैल हुआ जिसे शुद्ध के लिये युद्ध मुहिम चला रहे लोगों ने सोशल मीडिया पर बार किया तो संपूर्ण मिलावटखोरों में पुन: रातभर मंथन होता रहा और अंतत: सुबह सभी उक्त मिष्ठान भण्डार के संचालक को हथियार बनाकर पुलिस से मदद की गुहार करने पहुंचे और पुलिस को मुहिम चला रहे लोगों के विरूद्ध मामला दर्ज करने के लिये झूठे बेबुनियाद आरोपों के साथ आवेदन दे डाला।
ग्वालियर के पत्रकारों ने सिंधिया के नाम सौंपा ज्ञापन
व्यापारियों की शिकायत पर मीडिया जगत से जुड़े पत्रकारों व मप्र सरकार की मिलावट के विरूद्ध चलाई जा रही मुहिम के पक्षधर समाजसेवियों के विरूद्ध मुरैना के व्यापारियों द्वारा थाने में शिकायती आवेदन दिये जाने के विरोध में ग्वालियर के अनेकों वरिष्ठ एवं वर्तमान पत्रकारों ने स्मार्टसिटी प्रेस क्लव के तहत एकजुट होकर शुद्ध के लिये युद्ध को सार्थक पहल बताने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम का ज्ञापन उनके ग्वालियर स्थित महल पर पहुंचकर निज सचिव डॉ. केशव पाण्डेय को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से पत्रकारों ने श्री सिंधिया को अवगत कराया कि प्रदेश सरकार द्वारा मिलावट के विरूद्ध जो मुहिम चलाई जा रही है उसमें जनसेवियों व पत्रकारों ने सहयोगात्मक शुद्ध के लिये युद्ध नामक मुहिम जो मुरैना में छेड़ी है वह शासन की मंशा के विपरीत न होते हुये सहयोगी मुहिम है जिसे चहुंओर सराहा जा रहा है। इस मुहिम का प्रभाव संपूर्ण अंचल भर में है और मुरैना के साथ-साथ भिण्ड, ग्वालियर सहित अंचल के अन्य जिलों में भी यह मुहिम आरंभ हो चुकी है जिसे विगत दिवस आपका भी सहयोग प्राप्त हुआ था। इस मुहिम को मिलावटखोर व्यापारियों के दबाव से दवाने का प्रयास किया जा रहा है जिसके क्रम में गत दिवस मुहिम चला रहे लोगों के विरूद्ध एवं पत्रकारों के विरूद्ध मामला दर्ज करने का भी प्रयास किया जा रहा है। ज्ञापन के माध्यम से ग्वालियर के पत्रकारों ने मांग की कि मुहिम को शासन के साथ-साथ प्रशासन का भी सहयोग मिले और मिलावटखोर व्यापारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए। साथ ही पत्रकारों की अवमानना का मामला भी उक्त व्यापारियों पर दर्ज किया जाए। ज्ञापन लेने के साथ ही निज सचिव डॉ. केशव पाण्डेय ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया की ओर फेक्स कर दिया और निज सचिव ने आश्वासन दिया है कि इस मुहिम के साथ सरकार है। ज्ञापन देने वालों में ग्वालियर के वरिष्ठ पत्रकार डॉ. सुरेश सम्राट, आनन्द त्रिवेदी, राजेश अवस्थी लावा, मुकेश तिवारी, इमरान गौरी, संदीप राठौर आदि सहित अनेकों पत्रकार मौजूद थे। 
इनका कहना है.....
शासन की नीतियां हमारी समझ से परे है, जब एक व्यक्ति का सैंपल फैल होता है और उसे सार्वजनिक रूप से समझाईश देने के उद्देश्य से माला पहनाकर भविष्य में मिलावट न करने का प्रयास किया जाता है तो वह अपराध माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर शासन का ही विद्युत विभाग अपनी बसूली के लिये ब्लेकमेलिंग की तर्ज पर संबंधित उपभोक्ता के दरबाजे पर पहुंचकर सार्वजनिक रूप से ढोल बजाकर बेइज्जती करता है उसे सही माना जाता है। यदि शुद्ध के लिये युद्ध आंदोनल के योद्धाओं ने यह पहल करने की कोशिश की तो उन्होंने क्या गुनाह किया। मैं उनकी इस पहल व मुहिम से पूर्णत: सहमत हॅूं।
राजेश शर्मा 
एडवोकेट मुरैना
-इनका कहना है.....
वर्तमान समय में सभी चाहते हैं कि एक भगत सिंह जरूर हो किन्तु वह पड़ोसी के घर पैदा हो, शुद्ध के लिये युद्ध मुहिम सभी के लिये हितकारी मुहिम है। सवर्ण समाज जिसमें वैश्य समुदाय भी आता है।
-इनका कहना है.....
शुद्ध के लिये युद्ध मुहिम आंदोलन में परिवर्तित होनी चाहिये तभी मिलावट का यह बाजार बंद हो सकता है। युवाओं को आगे आकर इस मुहिम से जुडऩा चाहिये। जो भी व्यक्ति या व्यापारी इस मुहिम का विरोध कर रहा है, उन्हें मिलावटखोर की श्रेणी में गिना जाना चाहिये तथा ऐसे लोगो का सामाजिक वहिष्कार होना चाहिए।
संजय फक्कड़
युवा समाजसेवी 
एवं कांगे्रस नेता सबलगढ
-इनका कहना है.....
खाद्य सामग्रियों में मिलावट की बजह से अनेकों प्रकार की ला-ईलाज व अनजानी बीमारियां फैल रही हैं। शुद्ध के लिये युद्ध जिन लोगों द्वारा यह मुहिम चलाई जा रही है, वह बाकई सराहनीय पहल है। मप्र सरकार स्वयं चाहती है कि मिलावट का बाजार पूरी तरह से बंद हो और इसके लिये प्रत्येक व्यक्ति का जागरूक होना आवश्यक है।
महेशदत्त मिश्रा
पूर्व विधायक जौरा
-इनका कहना है.....
शुद्ध के लिये युद्ध एक सार्थक पहल है, जिन लोगों के द्वारा यह मुहिम चलाई जा रही है, वह जनता को जागरूक करने का कार्य कर रहे है, जिसे मप्र सरकार की भी सहमति है, जो कार्य शासन कर रहा है यदि उस कार्य वीणा जनसेवियों ने उठाया है तो यह गलत नहीं है। वाट्सअप व फेसबुक जन जागरूकता का माध्यम है। किसी भी अच्छी मुहिम को दबाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। यह एक अच्छी मुहिम है।
अशोक तिवारी
राज्य सचिव मण्डल सदस्य माकपा
एवं पूर्व नपा अध्यक्ष कैलारस
-इनका कहना है.....
शुद्ध के लिये युद्ध जो मुहिम चलाई जा रही है यह एक सराहनीय कदम है। मैं इसके साथ हॅूं।  मिलावट बंद होने चाहिए जिसके लिये हमारी मप्र सरकार भी कड़े कदम उठा रही है। सरकार चाहती है कि मिलावट पूरी तरह से बंद हो। 
राकेश मावई
जिलाध्यक्ष 
कांग्रेस कमेटी मुरैना 


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

दोषियों के खिलाफ हो कार्यवाही

जनसंपर्क के दैरान रघुराज सिंह कंषाना जी का ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत

एच आई वी संक्रमित व्यक्तियों के साथ करें प्यार ओर सम्मान का व्यवहार-संदीप सेंगर