मिलर्स द्वारा ली गयी शपथ से मैं सहमत हॅूं: अशोक भदौरिया
मुरैना। मिलर्स एसोसियेशन सदस्य व सिंह इण्डस्ट्रीज प्रा.लि. मुरैना के संचालक अशोक भदौरिया ने चर्चा करते हुये कहा कि पत्रकारों से संवाद के दौरान मिल संचालकों ने जो शपथ ली है मैं उससे सदैव सहमत हॅूं। उन्होंने बताया कि मेरा अपना सिद्धबाबा ब्रॉड जिसे में वर्षो से बेच रहा हॅूूं वह पूर्णत: शुद्ध है। मैने अपने गुरू की नाम व उनके चित्र की मर्यादा को ध्यान में रखते हुये कभी शॉटवेट व मिक्सिंग एवं मिलावट का कार्य नहीं किया है। पूर्व में भी सभी मिल संचालकों ने भगवान शनिदेव के समक्ष कसम खाई थी किन्तु उस समय की कसम को ज्यादा महत्व नहीं दिया गया और मिलावट एवं घटतौली का कारोबार चरम पर किया गया। यदि आज एक बार फिर शपथ ली गयी है तो उस शपथ पर कायम रहने की आवश्यकता है, यदि ये सभी व्यापारी शपथ पर कायम रहते हैं तो मैं उससे पूर्णत: सहमत हॅूं। श्री भदौरिया ने बैठक से पूर्व ही मिलर्स ऐसोसियेशन को पत्र भेजा है जिसके अनुसार उन्होंने कहा कि गत 9 अक्टूबर को मिलर्स एसोसियेशन एवं व्यापार मण्डल संरक्षक के द्वारा बैठक बुलाकर यह निश्चित किया गया था कि शॉर्टवेट व मिक्सिंग नहीं की जायेगी किन्तु उसके बावजूद भी शॉर्टवेट व मिक्सिंग कुछ मिल संचालक व पदाधिकारियों द्वारा जारी रखी गयी जिसका समाचार पत्रों द्वारा खुलासा किया गया। व्यापार मण्डल एवं मिलर्स एसोसियेशन के द्वारा इन मिल वालों के बिलों की जांच की जाए तथा एक समिति बनाई जाये जो पूरे मामले की जांच कर इसमें 1 लाख से 5 लाख तक का जुर्माना बसूले जो व्यापार मण्डल एवं मिल एसोसियेशन में जमा हो। पत्र के माध्यम से श्री भदौरिया ने खेद प्रकट करते हुये कहा कि बडे मिलर्स एवं पदाधिकारी कुछ छोटे मिलर्स पर कार्यवाही करने के लिये अधिकारी पर दबाव बना रहे है आने वाले समय में मिल व्यापारी सहित शहर के अन्य व्यापारी व दुकानदारों का भविष्य अंधकार में दिख रहा है। कुछ बड़े व्यापारी एवं पदाधिकारियों द्वारा अपने कारनामों को छुपाने के लिये छोटे व बड़े पत्रकारों में भेदभाव पैदा कर रहे हैं। आने वाले समय में व्यापार मण्डल, मिलर्स एसोसियेशन, अधिकारी व राजनेता इनका कोई सहयोग नहीं करेगा। श्री भदौरिया ने अपने पत्र में यह भी बताया कि गत 17 अक्टूबर को शाम 4:30 बजे टीआर पुरम मुरैना में भोपाल से आये हुये एगमार्क अधिकारी द्वारा जानकारी देना था इसमें ऐसा क्या गलत था कि व्यापारी एवं अधिकारी ने पत्रकारों का सामना नहीं किया। इससे प्रशासन, शासन एवं पत्रकारिता एवं समाज में गलत संदेश गया है। रविवार को आयोजित पत्रकारों से संवाद कार्यक्रम में न आने की असमर्थता भी उन्होंने मिलर्स एसोसियेशन को भेजे गये पत्र में बताई है।