शक्कर कारखाने के परिसमापन की नियुक्ति का किसान और श्रमिकों ने किया विरोध
कैलारस। सहकारी शक्कर कारखाना कैलारस जिससे हजारों किसान परिवारों सैकड़ों श्रमिक व कर्मचारियों के परिवार जुड़े हुए हैं इस कारखाने को अंतिम तौर पर बंद करने के लिए पंजीयक सहकारी समिति एमके अग्रवाल द्वारा पर समापन अधिकारी (लिक्विडेटर) घोषित किया है। इसके बाद इस कारखाने को स्थाई रूप से बंद करने की कार्रवाई कर दी जाएगी। मध्य प्रदेश किसान सभा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एवं कारखाने के श्रमिक व कर्मचारियों ने किसानों ने इसका पुरजोर विरोध किया है।
उन्होंने कहा है कि यह कारखाना क्षेत्र की जीवन रेखा है जिससे हजारों किसान परिवार व सैकड़ों श्रमिकों कर्मचारियों के परिवार जुड़े हुए हैं उनकी आजीविका चल रही है एक और सरकार इन्वेस्टर्स मीट बुलाती है और तमाम तरह की सुविधाएं देकर के कारखाने लगाने के लिए उद्योगपतियों को प्रोत्साहित करती है दूसरी तरफ पूर्व से लगे हुए कारखाने को बंद किया जा रहा है यह अत्यंत आपत्तिजनक है इससे क्षेत्र का विकास होगा पूर्व में स्थानी नेतागण व कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा चुनाव में कारखाने को चालू करने का वादा किया था लेकिन चालू करने का वादा कर कारखाने को बंद करने की कार्रवाई किया जाना वादाखिलाफी है यही स्थिति भाजपा के शासन में रही तत्कालीन मुख्यमंत्री व सांसद द्वारा कई बार बाजे किए गए लेकिन कारखाने को नहीं चला गया इस स्थिति से किसान व कर्मचारी अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं लेकिन उन्होंने इसका पुरजोर विरोध करने कारखाने को चलाने किसान व कर्मचारियों का बकाया भुगतान करने के लिए जोरदार कार्रवाई विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्णय लिया है विरोध कार्रवाई की शुरुआत आज से ही की गई है आज लोगों ने खट्टा करके कारखाने पर नारेबाजी की इसके बाद इसके बाद निर्णय लिया है कि हम लोग काली दिवाली मनाए मनाएंगे शासन से कारखाने को चलाने की किसान कर्मचारियों के बकाया भुगतान की मांग करेंगे।