युवा पीढी महात्मा गांधी जी के उपदेशों को आत्मसात करें - मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह
युवा पीढी महात्मा गांधी जी के उपदेशों को आत्मसात करें - मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह
महात्मा गांधी जी की 150वी वर्ष के अवसर पर आयोजित जय जगत सम्मेलन
मुरैना। प्रदेश के सहकारिता, संसदीय कार्य एवं सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की मनाई जा रही 150वीं जयन्ती वर्ष के अवसर पर युवा पीढी से आहवान किया है कि वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के उपदेशों को आत्मसात करें। जिससे देश में अंहिसा शान्ति सद्भावना एकता का मार्ग प्रशस्त हो। उन्होनें कहा कि प्रदेश सरकार गांधी जी की 150वीं जयन्ती को गांधी मय बनायेगीं।
मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह शुक्रवार को गांधी सेवा आश्रम जौरा में जय प्रकाश नारायण और महात्मा गांधी जी की 150वी वर्ष के अवसर पर आयोजित जय जगत सम्मेलन में मुख्य अतिथि बतौर बोल रहे थे। सहकारिता मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने कहा कि रामगोपाल जी के नेतृत्व में निकाली जा रही शान्ति व न्याय के लिये वैष्विक पदयात्रा गांधी जी के विचारों को साकार करने का प्रयास है। उन्होनें कहा कि प्रत्येक गांव में सहकारिता विभाग से जु$डी संस्थाओं में गांधी जी से जुडे साहित्य की उपलब्धता और गांव-गांव चौपालों पर गांधी चर्चा भजन कीर्तन, सभी सरकारी दफतरों में राष्ट्रपिता का फोटो लगाकर प्रदेश को गंाधी मय बनाया जायेगा।
मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने हमें सत्य अंहिसा और शान्ति का रास्ता दिखाया है। इस मार्ग पर चलकर हम सभी को गांधी जी के सपनों को साकार करना होगा। मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने कहा कि आज 11 अक्टूबर 2019 को हम जय प्रकाश नारायण जी का जन्म दिवस मना रहे है। उन्होनें कहा कि वर्ष 1974 जबलपुर में श्री जयप्रकाश नारायण द्वारा युवा शक्ति को दिये गये उपदेशों से प्रभावित होकर ही मैं राजनैति में आया हूं। उन्होनें कहा कि नेताओं और युवाओं को लोकतंत्र को मजबूत बनाने का रास्ता दिखाया। मौके पर डॉ. गोविन्द सिंह ने जयप्रकाश नारायण के सिद्घान्तों पर लिखी कविता को भी सुनाया। उन्होनें कहा कि जयप्रकाश नारायण ने हमेशा त्याग की भावना से काम किया लेकिन फल की इ'छा नहीं की। उन्होनें पद प्रतिष्ठा को ठुकराया, उन्हीं के पद चिन्हों एवं सिद्घान्तों पर सुब्बाराव जी चल रहे है।
ग्वालियर जॉन के अतिरिक्त पुलिस महानिर्देशक श्री राजाबाबू ने सन्त भाई सुब्बाराव के चरणों में नमन करते हुये कहा कि आज हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं वर्ष जयन्ती, श्री विनोबा भावे की १२५वी वर्ष जयन्ती और 11 अक्टूबर को श्री जयप्रकाश नारायण की जयन्ती मना रहे है। उन्होनें कहा कि शान्ति एवं न्याय के लिये वैष्विक यह यात्रा २ अक्टूबर राजघाट से शुरू होकर 10 देशों की यात्रा करने के पश्चात 02 अक्टूबर 2020 को जिनेवा में समाप्त होगी। उन्होनें कहा कि यह यात्रा गरीबी उन्मूलन, पर्यावरण संरक्षण, विश्व में अमनशान्ति को लेकर चलेगी। उन्होनें इस मौके पर गांधी जी की प्रंसगता पर अपने विचार रखे। उन्होनें कहा कि हमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्घान्तों पर चलकर देश की १३२ करोड की आवादी को आंतकवाद, अलगावाद से बचाकर अपनी गौरवशाली संस्कृति और परम्पराओं को बचाना है। मौके पर उन्होनें यह भी कहा कि संभवत: मैं और माननीय मंत्री जी इस यात्रा के अन्तिम छोर जिनेवा भी पहुंचेंगें। उन्होनें यात्रा के पदाधिकारियों को एक-एक बैग भेंट करने की बात भी कही।
प्रख्यात गांधीवादी और सर्वोदयी नेता डा.एस.एन.सुब्बराव ने कहा कि बापू के १५०वीं जयंती वर्ष पर सभी युवाओं को संकल्प लेना होगा कि हम सभी मिलजुलकर अपने देश को भयमुक्त, नशा मुक्त, हिंसा मुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त बनायेंगे।
सम्मेलन के प्रारंभ में भाई जी के द्वारा प्रस्तुत जय जगत पुकारे जा' गीत पर सभी श्रोताओं ने सुर से सुर मिलाये, पूरा पण्डाल जय जगत मय हो गया। भाई जी ने कहा कि चम्बल से पूरी दुनिया को संदेश गया है कि खूंखार व्यक्ति भी संत बन सकता है।
शांति एवं न्याय के लिए वैष्विक यात्रा के नेतृत्वकर्ता श्री राजगोपाल पी.व्ही. ने कहा कि पूरी दुनिया में बढती जा रही असमानता और अशांति के इस युग में गांधी, विनोबा और जयप्रकाश नारायण के द्वारा दिये गये संवाद-संघर्ष और रचना के सूत्र की जरूरत है। संघर्ष अहिंसक होना चाहिए। उन्होने कहा कि श्री सुब्बाराव और श्री जयप्रकाश नारायण की इसी कर्मभूमि में प्रत्यक्ष हिंसा के समापन जैसा ऐतिहासिक कार्य हुआ किंतु शोषण, अत्याचार, बेरोजगारी व अन्याय के रूप में अप्रत्यक्ष हिंसा फल फूल रही है अतएव यहां समस्याओं के समाधान हेतु नूतन प्रयोग करने की जरूरत है।
चम्बल संभाग की कमिश्नर श्रीमती रेनू तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने महिला सशक्त करते हुये मुझे चम्बल संभाग का कमिश्नर बनाया है। मैं कमिश्नर के पद को पाकर अभिभूत हूं। उन्होनें कहा कि मैं चम्बल की ही बेटी हूं। क्योंकि मेरी ५ वर्ष की ए'यूकेशन सबलगढ में ही हुई है।
कमिश्नर ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के महिला उत्थान उनके सशक्तिकरण के सपनों को मैं और मुरैना कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास साकार करेंगी। उन्होनें कहा कि मुरैना अब डाकुओं की नगरी नहीं यहां ब$डे दिलवाले लोग रहते है। यहां शोषण अत्याचार न हों, ऐसे प्रयास में मैं करती रहूंगी। मैं लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिये हमेशा घूमती रहती हूं और समस्या का निदान भी करती हूं। उन्होनें कहा कि मेरे परदादा गांधीवादी विचारक और स्वतंत्रता संग्राम सैनानी रहे। उन्होनें हमें गांधी जी के उपदेशों, कवितायें, बन्दे मातरम् का पाठ प$ढाया। उन्होनें कहा कि हमारे खून की बूंद-बूंद में गांधी जी के उपदेश जमे है।
चम्बल रेन्ज के डी.आई.जी श्री अशोक गोयल ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि गांधी आश्रम मुरैना जिले के जौरा में स्थापित है। यह स्थान पूरे देश मेें विख्यात है। यहां से जनजागृति यात्रा चलना हमारे लिये गौरव की बात है।
कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने कहा कि सभी महानुभावों ने चम्बल की छवि में बदलाव किया है। उन्होनें कहा कि यहां के बुद्घिजीवी महानुभाव जो बिन्दुवार विकास संबंधी सुझाव देंगे। उनका हम जिला स्तर एवं प्रदेश स्तर पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करायेंगे।
सम्मेलन के दौरान केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर के संदश को प्रचारित किया गया। जिसमें उन्होने वैष्विक पदयात्रा को अपनी शुभकामनाएं देते हुए वर्तमान में प्रासंगिक बताया।
यात्रा की अंतर्राष्ट्रीय संयोजक जिल कार हैरिस ने जयप्रकाश नारायण की पत्नि प्रभावती जी के द्वारा किये गये कार्यो का स्मरण करते हुऐ महिलाओं से सामाजिक और राजनैतिक आंदोलन में आगे आने की अपील की।
एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रनसिंह परमार ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुऐ कहा कि चम्बल घाटी में ब$ढती बेरोजगारी और बीह$ड एक अबूझ पहेली बनी हुई है। जिसका समाधान करने की जरूरत है। उन्होंने समर्पण स्थली को शांति अध्ययन केन्द्र बनाने के लिए सरकार से पहल करने की अपील की।
सम्मेलन में दिमनी के विधायक श्री गिर्राज दण्डौतिया, मुरैना विधायक श्री रघुराज सिंह कंषाना, सबलगढ विधायक श्री बैजनाथ कुशवाह मध्यप्रदेश खादी संघ के अध्यक्ष श्री वासुदेव शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये, और पदयात्रा को अपनी शुभकामनाएं दी। जनसम्मेलन में चम्बल घाटी की समस्याओं और उसके निराकरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। पूर्व विधायक श्री सत्यभान सिंह चौहान, जगदीश शुक्ला, परशुराम सिंह सिकरवार ने अपनी बातों को रखते हुए रासायनिक खेती, बीह$ड, भूदान और राजस्व भूमि के भ्रष्टाचार, आदिवासियों की समस्याओं को रखा।
सम्मेलन के दौरान सभी पदयात्रियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री संतोष सिंह ने की। सम्मेलन में अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना के विभिन्न गांवों तथा उत्तरप्रदेश और हरियाणा से लोग शामिल हुऐ। ज्ञात हो कि एकता परिषद और साथी संगठनों के द्वारा वैष्विक पदयात्रा का आयोजन बापू के 150वीं जयंती वर्ष पर की गयी है। जो विगत 2 अक्टूबर को राजघाट नई दिल्ली से रवाना होकर जौरा पहुॅंची। यहां से यात्रा मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों का भ्रमण करते हुऐ 30 जनवरी को वर्धा से ईराक के लिए प्रस्थान करेगी और वहंा से जिनेवा के लिए कई यूरोपीय देशों से गुजरते हुऐ २ अक्टूबर 2020 को जिनेवा पहुॅंचेगी।
इस अवसर पर मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने अपनी ओर से जयजगत यात्रा के लिये १ लाख रूपये की सहायता देने की घोषणा की। मौके पर यात्रा के पदाधिकारियों ने मंत्रीजी को पदयात्रा पर प्रकाशित पुस्तक भेंट की। मौके पर ही पुणे महाराष्ट्र से आये श्री योगेश भाई ने १० लाख रूपये का चैक, आगरा के श्री चन्द्रमोहन पाराशर ने सवा लाख रूपये, श्री नर सिंह चौहान ने एक लाख रूपये, सबलगढ विधायक ने 50 हजार रूपये, श्री रामलखन डण्डोतिया ने 51 हजार, श्री अशोक सिंह भदौरिया सिंह ऑयल मिल वालों ने 51 हजार और मुरैना विधायक श्री रघुराज सिंह कंषाना, दिमनी विधायक श्री गिर्राज डण्डोतिया ने 50-50 हजार रूपयेयात्रा को देने के लिये आश्वस्त किया।