खुशियों की दास्तां:कु. अवनी राठौर रहेगी सीडब्ल्यूएसएन छात्रावास में
डी.डी.शाक्यवार, संयुक्त संचालक जनसंपर्क विभाग मुरैना-
मुरैना। आमपुरा निवासी श्रीमती मनोरमा राठौर पत्नी दिलीप राठौर के मन में अपनी 6 वर्षीय पुत्री कु. अवनी राठौर के प्रति आये दिन चिंता बनी रहती थी कि मेरी पुत्री को कैसे रखा जाये, उसकी दिमागी हालत खराब है, यह कभी भी घर से बिना बताये बाहर निकल जाती है। फिर इसे ढूंढकर ही लाना प$ढता है। यह मन्दबुद्घि के कारण उसे घर के रास्ते ध्यान नहीं रहते हैं।
श्रीमती मनोरमा राठौर के मन में नित्य प्रतिदिन टीस रहती थी कि मेरे एक बेटी है वह भी दिमागी हालत ठीक नहीं है, मेरे पास इतना पैसा नहीं कि इसे ठीक करा सकूं और अच्छे स्कूल में दाखिला कर इसकी प$ढाई और लालन पालन कर सकूं । पति प्रतिदिन दारू पीते हैं। मैं अपनी पुत्री को लेकर अपने पिता के यहां गुजर बसर करती हूं। श्रीमती मनोरमा राठौर ने समाचार पत्र में पढा कि मंगलवार को शासन स्तर से समस्त जिलाधिकारी लोगों की समस्याओं को सुनने, उनका निराकरण के लिये जनसुनवाई करते है, क्यों न मैं अपनी बच्ची को छात्रावास में प्रवेश दिला दूं। मंगलवार को जनसुनवाई में श्रीमती मनोरमा राठौर ने अपनी पुत्री को जनसुनवाई में लाकर आवेदन कलेक्टर को प्रस्तुत किया। कलेक्टर ने आवेदन पर विचार करते ही तत्काल जिला समन्वयक (डीपीसी) को जनसुनवाई में ही निर्देश दिये कि कु. अवनी राठौर को गत दिवस सीडब्ल्यूएसएन छात्रावास में दाखिला दें और इसकी परवरिश करें। कलेक्टर की बात सुनते ही श्रीमती मनोरमा राठौर की आंखों से खुशी के आंसू छलक उठे और कहने लगी कि अब मैं अपनी बच्ची का लालन पालन होते अपनी आंखों के सामने देख सकूंगी। क्योंकि सीडब्ल्यूएसएन छात्रावास न्यू हाउसिंग बोर्ड कोलोनी में संचालित है मैं वहां एक दो दिन में पहुंचकर अपनी बच्ची को देख सकूंगी। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना जरूरतमंद वास्तविक लोगों के लिये है जिसका लाभ मुझे कलेक्टर श्रीमती दास ने दिया है मैं प्रदेश सरकार की शुक्रगुजार हूं जिन्होंने ऐसे मंदबुद्घि बच्चों के लिये छात्रावास खोले हैं।