स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं का लाभ अन्तिम छोर तक के व्यक्ति को पहुंचाये: कलेक्टर श्रीमती दास 


दस्तक अभियान'' का द्वितीय चरण 17 दिसम्बर से 18 जनवरी 2020 तक 
बैठक में अनुपस्थित प्रभारी बीएमओ डॉ. रवि माहेश्वरी का १ दिन का वेतन काटने के निर्देश 
मुरैना। शासन के निर्देशानुसार दस्तक अभियान के संचालन हेतु जिला टास्क फोर्स की वैठक का आयोजन कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को किया गया। बैठक में दस्तक अभियान, आई.एम.आई.२.० और टी.बी. के संबंध में विस्तार से समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने पर जौरा प्रभारी बीएमओ डॉ. रवि माहेश्वरी को एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनोद गुप्ता, जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती सजन अलूना, डब्ल्यू.एच.ओ. डॉ. नीरज राजावत, डीपीएम श्री श्रीवास्तव, जिला टीकाकरण अधिकारी श्री अजय गोयल, संभागीय समन्वयक मिरजा रफीक बेग, समस्त बीएमओ, समस्त सीडीपीओ सहित अन्य मैदानी स्वास्थ्य अमला उपस्थित थे।    
बैठक में कलेक्टर श्रीमती दास ने कहा कि दस्तक अभियान के संचालन हेतु प्लानिंग कार्य सम्पादित किया गया। कलेक्टर श्रीमति प्रियंका दास ने इस अवसर पर अधिकारीयों को निर्देश दिये कि क्षेत्र में ९ माह से ५ साल तक के ब'चों को विटामिन ए की खुराक पिलवायें। विटामिन ए की खुराक से कोई ब'चा वंिचंत न रहे।  उन्होंने कहा कि विटामिन ए संक्रमण के खिलाफ ब'चों की मदद करता है। यह ब'चों में हर स्तर पर विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है साथ ही दस्त के कारण होने वाली मृत्यु दर को भी कम करता है। हमारे सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और आंगनवाडी केन्द्रों पर विटामिन ए उपलब्ध करवा दिए गए हैं। विटामिन ए ब'चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्घि करता हैंंं। इससे ब'चों के मृत्यु दर में कमी आती है और डायरिया और निमोनिया के प्रकोप में भी कमी आती है। 
कलेक्टर ने बताया कि ÓÓदस्तक अभियान-विटामिन ए अनुपूरण द्वितीय चरण का आयेाजन १७ दिसम्बर २०१९ से १८ जनवरी २०२० तक किया जाना है। अभियान के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ता द्वारा ९ वर्ष तक के उम्र के ब'चों को विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलवाना सुनिश्चित करें। एक भी ब'चा छूटना नहीं चाहिये। कलेक्टर ने कहा कि ५ वर्ष से कम उम्र के ब'चों में साक्ष्य पोषक तत्वों की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है। जिससे ब'चे बार बार संक्रमण से ग्रसित होकर कुपोषण के चक्र में फंस जाते है। यह साक्ष्य आधारित है कि ६ माह के अंतराल में ९ माह से ५ वर्षीय समस्त ब'चों को विटामिन ए अनुपूरण द्वारा ब'चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्घि के साथ-साथ बाल कुपोषण में कमी आती है एवं बाल जीवितता में २० प्रतिशत की वृद्घि की जा सकती है।
अभियान के दौरान महिला बाल विकास विभाग के सहयोग से निम्न गतिविधियां  आयोजित की जावेंगी
९ माह से ५ वर्ष तक के समस्त ब'चों की निर्धारित मात्रा में विटामिन ए का घोल का अनुपूरण। मातृ एवंं बाल सुरक्षा कार्ड (डब्' ब्ंतक) में विटामिन ए अनुपूरण की प्रविष्टि। 
बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप आई.एम.आई. २.० अभियान चलाया जाना है। जिसमें प्रथम चरण २ से १२ दिसंबर तक, द्वितीय चरण ६ से १६ जनवरी २०२० तक, तृतीय चरण ३ से १३ फरवरी तक और चतुर्थ चरण २ से १२ मार्च तक चलेगा। जानकारी में बताया है कि रविवार, अवकाश एवं नियमित टीकाकरण दिवसों को छो$डकर यह अभियान संचालित होगा।
अभियान में ० से ५ वर्ष की आयु तक के तथा गर्भवती महिलओं को हेड काउंट सर्वे उपरांत चिन्हित कर पूर्ण टीकाकृत करना शासन की सर्वो'च प्राथमिकता से है। ० से २ वर्ष के ब'चों एवं गर्भवती मातायें जिन्हें टीकाकरण कार्यक्रम अंतर्गत टीकाकृत नहीं किया गया हो अथवा छूट गये हैं उन्हें शत प्रतिशत सेवायें दिये जाने हेतु संबंधित विकासखंड स्तरीय सदस्यों को चिन्हित ग्रामों में डयूटी लगाने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि टी.बी. रोग को समूल २०२५ तक पूरे भारत में समाप्त करने का निर्णय लिया है। कहीं भी कोई मरीज टी.बी. से संबंधित मिलता है तो उसको तत्काल ईलाज मुहैया करायें। टी.बी. का ईलाज संभव है। इसके लिये टी.बी. मरीज को प्रेरित करें। 
राज्य सलाहकार समिति पुनर्गठित
मुरैना। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने गर्भधारण पूर्व और प्रसूति पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिशोध) अधिनियम के अंतर्गत रा'य सलाहकार समिति का पुनर्गठन किया है। समिति में स्त्री रोग और शिशु रोग विशेषज्ञ के साथ विधि विशेषज्ञ भी शामिल किये गये हैं। पुनर्गठित समिति में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ प्राध्यापक स्त्री रोग विभाग, एमजीएम कॉलेज, इंदौर की डॉ. पूनम माथुर, शिशु रोग विशेषज्ञ पूर्व वाइस चांसलर एवीबी, इंदौर डॉ. भरत छपरवाल, मेडिकल जेनेटिक्स में सेवानिवृत्त प्राध्यापक, एनाटामी, एमजीएम कॉलेज, इंदौर के डॉ. व्ही.के. पंडित, विधि विशेषज्ञ उप सचिव, विधि विभाग और जनसम्पर्क संचालनालय के जनसम्पर्क अधिकारी को शामिल किया गया है। 
इस समिति में ३ सोशल वर्कर भी शामिल किये गये हैं। ये विशेषज्ञ हैं एक्यूक्यूटिव डायरेक्टर, एमपीवीएचए श्री मुकेश सिन्हा, महिला शिक्षा वैज्ञानिक चेतना की सुश्री आशा मिश्रा और शासकीय अधिवक्ता, हाईकोर्ट, जबलपुर एवं महिलाओं के वैधानिक अधिकारों के लिये सक्रिय सुश्री अंजना कुरारिया।


 


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