पदक विजेता खिलाडि़यों की आर्थिक स्थिति में बदलाव लाना सरकार की प्राथमिकता


-खेल एवं युवा कल्याण मंत्री पटवारी ने दी उपलब्धियों की जानकारी                                        
मुरैना। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि प्रदेश के पदक विजेता खिला$िडयों की आर्थिक स्थिति में बदलाव लाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा है कि हम मध्यप्रदेश को देश का खेल हब बनाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को ब$ढावा देने के लिए जल्द ही नई खेल नीति लाया जाएगा। इसके साथ ही खेलों का महत्व ब$ढाने के लिए स्पोटर््स कोर्स कम्पलसरी होंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश की खेल प्रोत्साहन योजनाओं और भविष्य की योजनाओं की केन्द्रीय खेल मंत्री किरण रिज्जू ने सराहना की है। उन्होंने कहा कि अगले सत्र से खिला$िडयों एवं प्रशिक्षिकों का चयन ऑनलाइन किया जाएगा।
खेल मंत्री जीतू पटवारी जानकारी दी कि प्रदेश के खिला$िडयों को अब चिकित्सा एवं दुर्घटना बीमा का लाभ मिलेगा। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर लगातार पदक हासिल करने के बाद भी खिला$िडयों को नौकरी से वंचित रहना प$डता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशानुसार नई खेल नीति में यह व्यवस्था की जा रही है कि शासकीय नौकरी में खिला$िडयों को 5 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिल सके। 
मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि प्रतिभावान खिला$िडयों और खेल संघों के अनुदान और पुरस्कार की राशि में कई गुना वृद्धि की गई है। राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिला$डी को मिलने वाली 5000 रूपये की राशि को ब$ढाकर एक लाख रुपये किये जाने का प्रस्ताव है। पूर्व में राज्य स्तरीय आयोजन के लिये 50 हजार रुपये की अनुदान राशि दी जाती थी, जिसे ब$ढाकर 2 लाख रुपये और राष्ट्रीय स्तर पर दी जाने वाली 2 लाख रुपये की अनुदान राशि को ब$ढाकर 10 लाख रुपये कर दिया गया है। महिला खिला$िडयों की सुरक्षा के मद्देनजर खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने के लिये महिला खिला$िडयों के साथ महिला क्रीडा अधिकारी का जाना अनिवार्य होगा।मध्यप्रदेश में विश्व स्तरीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को अवसर प्रदान करने के लिये विकासखण्ड, जिला एवं संभागीय स्तर पर गुरूनानक देव प्रांतीय ऑलम्पिक प्रारंभ किया गया है। अब स्कूली स्तर पर भी अण्डर-16 प्रांतीय ऑलम्पिक शुरू किया जाएगा। अगले वर्ष से प्रांतीय ऑलम्पिक में ट्राफी के साथ प्रोत्साहन राशि का प्रावधान भी किया जाएगा। इंदौर में स्वीमिंग पूल, छिन्दवा$डा में फुटबाल और नरसिंहपुर में वॉलीबाल अकादमी की स्थापना की जाएगी।पीपीपी मोड से खेल अधोसंरचना का निर्माण होगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत इंदौर में स्पोटर््स काम्पलेक्स बनाये जाने का प्रस्ताव है। इसकी सफलता के बाद मुरैना सहित प्रदेश के अन्य में इंडोर हाल प्रस्तावित है। 


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