चंबल संभाग में 5 लाख 27 हजार 10 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल लेने का लक्ष्य प्रस्तावित
2 लाख 33 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में हुई बोनी
मुरैना/ चंबल संभाग में खरीफ फसल के दौरान इस वर्ष 5 लाख 27 हजार 10 हेक्टेयर क्षेत्र में (बोनी) का लक्ष्य प्रस्तावित किया है। जो पिछले वर्ष की तुलना में 25 हजार 80 हेक्टेयर क्षेत्र अधिक है। पिछले वर्ष 5 लाख 1 हजार 30 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी की गई थी। चंबल संभाग के कमिश्नर श्री रवीन्द्र कुमार मिश्रा द्वारा बुधवार को किसान कल्याण तथा कृषि विकास की संभागीय समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। बैठक के दौरान बताया गया कि संभाग के तीनों जिलों में अभी 2 लाख 33 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में इसमें से 58 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी हो चुकी है। बोनी का कार्य जारी है।
बैठक में बताया कि मुरैना जिले में 2 लाख 22 हजार 60 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल की बोनी की जायेगी। इसमें से अभी तक 1 लाख 64 हजार 39 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी हो चुकी है। भिण्ड जिले में 1 लाख 65 हजार हेक्टेयर क्षेत्र मे बोनी होना है इसमें से 11.16 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी हुई है। और श्योपुर जिले में 1 लाख 39 हजार 50 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य प्रस्तावित है।
मुरैना जिले में निर्धारित 2 लाख 22 हजार 60 हेक्टेयर खरीफ बोनी लक्ष्य के दौरान 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान, 1 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार, 1 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का, 1 लाख 64 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरा, 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर, 2 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग, साढे़ 4 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, 4 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंगफली, 14 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में तिल, 1 हजार 4 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन और 21 हजार 20 हेक्टेयर क्षेत्र में अन्य फसलें ली जायेगी।
भिण्ड जिले में धान 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में, ज्वार 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में, बाजरा 75 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में, अरहर 2 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में, मंूग 8 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में, उड़द 8 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में, तिल 35 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में लेना प्रस्तावित है।
श्योपुर जिले में 36 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान, 1.5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार, 4 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का, 22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरा, 1 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर, 2 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग, 23 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, 7 हेक्टेयर क्षेत्र में मंूगफली, 16 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में तिल, 28 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की फसल लेना प्रस्तावित है।