महिलाओं के विरुद्ध घटित अपराधों के अनुसंधान के लिए अधिकारियों की व्यवसायिक दक्षता बढ़ाने हेतु आयोजित 3 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन-
भोपाल रिपोर्ट-अंशु शर्मा.: दिनांक 18 जुलाई 2020 - पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार एवं एडीजी भोपाल जोन, भोपाल श्री उपेन्द्र जैन एवं डीआईजी शहर श्री इरशाद वली के दिशा निर्देशन में महिला के विरुद्ध घटित अपराधों के अनुसंधान हेतु अधिकारियों/विवेचकों की व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य भोपाल पुलिस के महिला/पुरुष एसआई, एएसआई हेतु आयोजित 3 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ दिनाँक 16 जलाई को एसपी हेडक्वाटर श्री धर्मवीर सिंह एवं एएसपी हेडक्वाटर श्रीमती निवेदिता नायडू के में किया गया था। उक्त 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनाँक 16 जुलाई से आज दिनाँक 18 जुलाई 2020 तक आयोजित किया गया, जिसमे भोपाल जिले के समस्त थानों से महिला/पुरूष एसआई/एएसआई समेत करीब करीब 160 अधिकारियों/विवेचकों को प्रशिक्षित किया गया। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम विगत हप्ते भी आयोजित किया गया था, जिसमें करीब 200 अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ RFSL के निदेशक डॉ. एमपी भास्कर ने महिलाओं के विरुद्ध घटित होने वाले अपराधों में क्राइम सीन, मैनेजमेंट व साक्ष्य संग्रहण पर व्याख्यान दिया। RFSL डॉ. मनीष कुमार सैनी ने बैलिस्टिक, फिसिक्स विज्ञान एवं इनसे जुड़े हुए अपराधों के संबंध में जानकारी दी। इसी तरह RFSL की डॉ. कल्पना वर्मा एवं RFSL डॉ. लता त्रिपाठी ने केमेस्ट्री, टोंसोलोजी, नारकोटिक्स विज्ञान के संबंध में बताया एवं ऐसे अपराधों की विवेचना में क्या महत्वपूर्ण सावधानियां बरतनी है इस बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इसी तरह RFSL डॉ. कैलाश चंद्रा एवं डॉ. प्रवीण झा ने VOICE एवं सायबर क्राइम के संबंध में व्याख्यान दिये एवं उक्त अपराधों में साक्ष्य व सैम्पलिंग किस तरह से करना है आदि के बारे में जानकारी दी। डॉ. डीके पाण्डे के बायोलॉजी, सेरोलॉजी पर व्यवहारिक उदाहरण एवं आवश्यक व्याख्यान दिया। इसी तरह डॉ. कमलेश एवं डॉ. हिरेक दास ने DNA सैम्पलिंग व फॉर्म फीलिंग आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
प्रशिक्षण को सफल बनाने में आरआई श्री दीपक पाटिल, महिला सेल प्रभारी श्रीमती सुलोचना गहलोत, एएसआई श्री कैलाश ग्वाले व अन्य स्टॉफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा।