वामपंथी दलों का केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों व सांप्रदायिकता के खिलाफ देशव्यापी अभियान 20 से 27 अगस्त तक चलेगा
26 को जिले भर में प्रदर्शन कर दिए दिए जाएंगे ज्ञापन।
कैलारस-कोविड-19 की आड़ में केंद्र की मो दी सरकार आपदा को अवसर बनाने के नाम पर लगातार नव उदारवादी नीतियों को लागू कर रही है। जिसमें श्रम कानूनों में परिवर्तन से लेकर , कृषि उत्पादों की विपणन व्यवस्था का निजी करण, ठेका खेती को अनुमति दिए जाने, आवश्यक वस्तु अधिनियम (संशोधन ) से लेकर जमाखोरी को बढ़ावा देने ,सार्वजनिक क्षेत्र का निजी करण करने सहित देश की अर्थव्यवस्था को तबाही की ओर धकेलने का आत्मघाती कार्य कर रही है। दूसरी ओर जनता का ध्यान बांटने के लिए धर्म के आधार पर सांप्रदायिक एजेंडे को आगे बढ़ाया जा रहा है । राम मंदिर शिलान्यास से लेकर, जम्मू कश्मीर में धारा 370 की समाप्ति व धर्म के नाम पर विभाजन की राजनीति को बढ़ावा देना, देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने का व आपसी भाईचारे को नष्ट करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। यह उदगार माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य और राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से माकपा के जिला सचिव गयाराम सिंह धाकड़ ने बताया कि उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार देश में लोकतंत्र ,संविधान, मानवाधिकारों को कुचलने व जनता के अधिकारों का दमन करने की कोशिश कर रही है। ऐसे में आम जनता को किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान महिलाओं ,दलितों, अल्पसंख्यकों को आगे आना होगा और संघर्ष को आगे बढ़ाना होगा। हाल ही में देश के प्रमुख वामपंथी दलों मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ,भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, सीपीआई(एमएल) व अन्य ने 20 अगस्त से 27 अगस्त तक देशव्यापी अभियान चलाने का आह्वान किया है। जिसमें गैर आयकर दाता परिवारों को 75 सो रुपए महीना देने ,सभी जरूरतमंदों को 10 किलो प्रति व्यक्ति अनाज देने, मनरेगा मैं 200 दिन का कार्य सुनिश्चित करने, प्रवासी श्रमिक कानून मजबूत करने, सार्वजनिक स्वास्थ्य मजबूत करने ,कृषि संबंधी कानूनों व श्रम कानूनों में किए गए संशोधन निरस्त करने, प्रधानमंत्री केयर फंड को राज्यो को मुहैया कराने , आदि मांगों को उठाया जाएगा।अभियान व आंदोलन चलाने का भी निर्णय लिया है । इसी कड़ी में मुरैना जिले में अभियान चलाया जाएगा। जिसकी रूपरेखा जिला सचिव गया राम सिंह धाकड़ ने प्रस्तुत की। कार्यकर्ताओं की मीटिंग की अध्यक्षता दलित शोषण मुक्ति मंच के वरिष्ठ नेता भीकम जाटव नेकी।