समाज के अन्तिम छोर के गरीब व्यक्ति का उत्थान करना ही सरकार का संकल्प : मंत्री सखलेचा
प्रदेश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम, विज्ञान और प्रौद्यौगिकी मंत्री श्री सखलेचा ने बांटे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड
मुरैना 22 सितम्बर 2020/ प्रदेश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग, विज्ञान और प्रौद्यौगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व की सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के उपदेशों पर चलकर समाज के अन्तिम छोर के गरीब व्यक्ति के उत्थान करने के संकल्प को लेकर चल रही है। उन्होंने कहा कि जब तक गरीबो, सर्वहारा वर्गो का उत्थान नहीं हो जाता तब तक सरकार चैन से नहीं बैठेगी।
मंत्री श्री सखलेचा मंगलवार को टाउनहाॅल में गरीब कल्याण सप्ताह के अन्तर्गत सहकारिता विभाग द्वारा आयोजित सबकांे साख, सबका विकास कार्यक्रम को मुख्य अतिथि बतौर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मौके पर 10 किसानों को 4 लाख 65 हजार रूपये के किसान क्रेडिट कार्ड का वितरण टोकन स्वरूप किया।
मुरैना जिले में प्रधानमंत्री सम्मान निधि के पात्र 931 किसानों को 2 करोड़ 16 लाख रूपये की लिमिट स्वीकृत की गई है। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री योगेशपाल गुप्ता, पूर्व मंत्री श्री मंुशीलाल, कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तरूण भटनागर सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग तथा विज्ञान और प्रौद्यौगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि वास्तव में अब लोंगो को गरीब कल्याण सप्ताह का अर्थ मालूम हो गया है कि उनका कल्याण और उनका जीवन आन्दमय कैसे किया जाये, यही सप्ताह का मुख्य उद्देश्य है।
मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि आज प्रदेश के 63 हजार कृषकों, पशुपालकों एवं मत्स्य पालक हितग्राहियों को नवीन किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किये गये है। प्रदेश के किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण प्रदान करने के लिये सहकारी समितियों के खातों में 800 करोड़ रूपये डाले गये है। इनमें से मुरैना जिले की 10 प्रतिशत समितियां है, जिनके खातों में पैसा डाला गया है। यह मुरैना जिले के किसानों के लिये बहुत बड़ी उपलब्धी है। यह उपलब्धी यहां के बैंक प्रबंधन, प्रशासन की लगातार मेहनत का परिणाम है, जो वास्तविक प्रशंसा के पात्र है, जिन्होंने 10 प्रतिशत किसानों को लाभ दिलाया।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिये प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से प्रदेश का किसान लाभान्वित हो, इसका बेहतर प्रबंधन हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने किया है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही सरकार ने किसानों की प्रधानमंत्री फसल बीमा की पुरानी किश्त भरने का काम किया, जिसका लाभ प्रदेश के किसानों को मिला। फसल बीमा की न्यूनतम राशि को लेकर सरकार नये नियम बनाने के लिये आगे बढ़ रही है। जिसका लाभ हमारे किसान परिवारों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानो, पशुपालकांे, मत्स्य पालन सोसायटियों को जीरो प्रतिशत पर ब्याज दे रही है। किसानों के लिये न के बराबर अनुदान की सुविधा, न्यूनतम रेट पर बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करा रही है। उन्होंने कहा कि सोसायटियों में भी पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिये आज मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश की सभी सोसायटियों को कम्प्यूटरीकृत करने की घोषणा भी की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से किसानों को 2-2 हजार रूपये साल में 3 किस्तों में दिये जाते है। इस तरह प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से किसानों को 6 हजार रूपये एक वर्ष में प्राप्त होते है। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री जी ने मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू करके इस राशि में 2-2 हजार रूपये देने की भी घोषणा की है। जिससे किसानों को वर्ष भर में 10 हजार रूपये तक का फायदा हो सकेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को खेती के फायदे का धंध कैसे बनाये, उनकी आय दोगुना कैसे हो। इसके लिये सरकार लगातार मंथन कर रही है।
लघु एवं मध्यम उद्योंगो पर चर्चा करते हुये मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि यहां लाॅजिस्टिक की परिस्थितियां बहुत रही है। लोंगो को सीधे दिल्ली से जुड़े होने की सुविधा से यहां लोंगो को छोटे-मोटे उद्योगों को स्थापित करने की चिंता करना चाहिये। हम इसके लिये इच्छुक लोंगो को ट्रेड कर रहे है। विभाग द्वारा शिविरों का आयोजन हो रहा है। उद्योग विभाग प्रोजेक्ट भी बनाकर दे रहा है ताकि उद्योग लगाने वालों का खर्च न हो सके। सबकांे साख, सबका विकास कार्यक्रम का भोपाल से मुख्यमंत्री जी का लाइव कार्यक्रम टेलीकास्ट टाउनहाॅल में लगाई गई एलईडी पर किया गया, जिसे उपस्थित किसानों उत्सुकता के साथ देखा। मुख्यमंत्री जी ने मुरैना जिले के ग्राम धूरकूड़ा के किसान हरीशचन्द्र से सीधा संवाद कर लाइव चर्चा की।
इसके पूर्व सहकारिता विभाग की उपायुक्त श्रीमती अनुभा सूद ने बताया कि जिले में 2 लाख 51 हजार 615 कृषक परिवारों में से 1 लाख 56 हजार 725 कृषकों को किसान क्रेडिट कार्ड का वितरण हो चुका है। वर्तमान में इन कृषकों पर 142 करोड़ की राशि बकाय है। उन्होंने कृषि अधौसंरचना निधि नावार्ड के बहुसेवा केन्द्र की परियोजनाओं फैक्स कम्प्यूटराईजेशन एवं कृषकों की सरकारी ई-मार्केटिंग व्यवस्था में भागीदारी की जानकारी से कृषकों को अवगत कराया।
सबको साख, सबका विकास कार्यक्रम लाइव टेलीकास्ट का प्रसारण जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मुरैना की सभी शाखाओं, सहकारी संस्थाओं, दुग्ध समितियों में किया गया, जिसे हजारों की संख्या में किसानों द्वारा देखा गया।
नागरिकों को सलाह
दूषित पेयजल और संक्रमित खाद्य पदार्थों के उपयोग नहीं करें, टाईफाईड से बचें
मुरैना 22 सितम्बर 2020/वर्तमान मौसम परिवर्तन की स्थितियों में सामान्य रूप से टाईफाईड और जलजनित बीमारियों से प्रभावित होने की आशंका आमजन के लिए बढ़ जाती है। टाईफाईड यानी मोतीझरा जिसे सामान्य भाषा में मियादी बुखार कहा जाता है, टाईफाईड सालमोनेला टाईफी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। ये बेक्टीरिया सामान्यतया दूषित पानी या संक्रमित खाद्य पदार्थों में ही पनपता हैं। दूषित पानी या संक्रमित भोज्य पदार्थ का उपयोग करने से व्यक्ति बीमार हो जाता है। तेज बुखार के साथ उल्टी, बदन दर्द, कमजोरी, सिरदर्द, पेटदर्द, भूख ना लगना आदि टाईफाईड के मुख्य लक्षण है।
लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर उचित जांच एवं उपचार कराना चाहिए। पेयजल छानकर एवं उबालकर उपयोग करें, बाहर का खाना खाने से बचें। ठेले पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों एवं पेय पदार्थों का उपयोग नहीं करें। फल या सब्जी को पानी से धोकर ही उपयोग करें। खाना खाने से पहले अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं। व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। घर के आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें। किचन में भोज्य पदार्थ ढांक कर रखें। पानी पीने के लिए हेंडल वाले मग का उपयोग करें। बासी भोजन का प्रयोग ना करे, ताजा भोजन करें। दरवाजों के हैंडल, टेलीफोन व नल पर होने वाली गंदगी से बचें। नियमित तथा तेज बुखार के साथ उल्टी की शिकायत होने पर नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक से संपर्क करें। सभी सरकारी अस्पतालों में टाईफाईड की जॉच उपचार की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है।
आईटीआई - त्रृटि सुधार और नवीन पंजीयन की तिथि 28 तक’
मुरैना 22 सितम्बर 2020/ प्रदेश में स्थित समस्त आईटीआई में नवीन सत्र अगस्त 2020 में प्रवेश के लिए एक व दो वर्षीय व्यवसाईयों में विभिन्न कोर्स में ऐसे अभ्यर्थी, जिनका फार्म में त्रुटी होने के कारण प्रवेश नहीं हो सका अथवा देर से पता होने के कारण पंजीयन नहीं करा सके। ऐसे विद्यार्थियों के लिए 28 सितंबर तक तिथि बढ़ाई गई है। इस दौरान विद्यार्थी त्रुटि सुधार एवं नवीन पंजीयन ऑनलाईन कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए कौशल विकास संचालनालय की वेबसाईट ूूूण्उचेापससेण्हवअण्पद व ूूूण्केकण्उचण्हवअण्पद तथा पजपण्उचवदसपदमण्हवअण्पद पर जानकारी प्राप्त सकते है।
(कहानी सच्ची है)
श्री हरिशचन्द्र को अब खेती किसानी कार्य के लिये किसी से उधार पैसा नहीं लेना पड़ेगा
मुख्यमंत्री श्री चैहान ने सबको साख सबका विकास कार्यक्रम के माध्यम से लाइव की बात
डी.डी.शाक्यवार-
मुरैना 22 सितम्बर 2020/ सबकांे साख-सबका विकास कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने मुरैना जिले के गांव धूरकूड़ा के रहने वाले श्री हरिशचन्द्र से लाइव ऑनलाइन बात की। श्री हरिशचन्द्र एक साधारण कृषक है, किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उन्होंने उन्नत खेती करने की ठान ली है, क्योंकि वे खुद बीएससी किये हुये है, अब उन्नत खेती करने के लिये उन्हें किसी से ब्याज पर पैसा नहीं लेना पड़ेगा। क्योंकि काॅपरेटिव बैंक से 79 हजार 554 रूपये का ऋण स्वीकृत हो गया है। जिसमें लगभग 21 हजार रूपये प्रथम किस्त के रूप में मिल चुके है। ऋण लेने के पश्चात् श्री हरिशचन्द्र अब घर बैठे ही तकनीकी एवं जैविक खाद अपनाकर खेती से अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। श्री हरिशचन्द्र ने मुख्यमंत्री श्री चैहान को बताया कि उनके पास कुल 3 पशु हैं। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने श्री हरिशचन्द्र से वर्तमान खेती जैसे बाजरा आदि की जानकारी ली एवं शून्य प्रतिशत ब्याज पर सहकारिता से लाभ किस प्रकार लिया। इस पर श्री हरिशचन्द्र ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि 2 हजार रूपये लेने के लिये बैंक पहुंचा, तब मुझे मालूम पड़ा कि किसानों के लिये भी खेती करने के लिये केसीसी बैंक द्वारा बनाई जाती है। तब मैंने मैनेजर से जानकारी ली और सोसायटी के बलराम कुशवाह से अपनी केसीसी के आवेदन भरकर जमा किये। जिसमें आईडी, जमीन की किताब, बैंक पासबुक, खसरा-खतौनी आदि 3 माह पूर्व दिये थे। आज मैं किसान क्रेडिट कार्ड मालिक बनकर स्वयं को गौरवान्वित मेहसूस कर रहा हूं। मेरे जीवन के अहम छड़ है, जो कि मैं सपनों में भी नहीं सोच सकता था। मैं आज प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से रूबरू होकर बात कर रहा हूं। मेरी और मुख्यमंत्री जी की बात पूरा प्रदेश सुन रहा है। मुझेे प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शुभकामनाएं भी दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप और भविष्य में तरक्की करें, उन्नति करें और खुशहाल रहे।
सफलता के कीर्तिमान स्थापित करता मध्यप्रदेश का किसान
मुरैना 22 सितम्बर 2020/ यह किसानों के विश्वास और खुशहाली का मध्यप्रदेश है, जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान कृतसंकल्पित होकर किसान कल्याण के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। कोरोना, अतिवृष्टि का संकट हो या किसानों के सामने अन्य कोई भी समस्या, मुख्यमंत्री श्री चैहान राज्य के किसी भी कोने में किसानों के बीच पहुँच जाते हैं। दरअसल मध्यप्रदेश गांवों का प्रदेश है और यहाँ की अर्थव्यवस्था की रीढ़ किसान है। मुख्यमंत्री स्वयं किसान परिवार से संबंध रखते हैं और किसानों की समस्याओं के निराकरण को लेकर वे बेहद संवेदनशील रहे हैं। यही कारण है कि मध्यप्रदेश के किसानों ने बीते कुछ वर्षों में सफलता के कीर्तिमान गढ़े हैं और अब किसान कल्याण और कृषि उत्पादन में प्रदेश का नाम देश के अग्रणी राज्यों में शुमार किया जाने लगा है।
इस समय समूचा विश्व कोरोना की महामारी को झेल रहा है। इसका प्रभाव हमारे रोजमर्रा के जीवन पर भी पड़ा है और समाज के सभी वर्ग इससे प्रभावित हुए हैं। अर्थव्यवस्था के लिए बेहद चुनौती का समय होने के बाद भी किसानों के हितों पर कोई आँच न आए, इसका ध्यान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा बखूबी रखा जा रहा है। किसान कल्याण में नए आयाम जोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने उज्जैन की पावन महाकाल की धरती से प्रदेश के 22 लाख 51 हजार 188 किसानों के खातों में एक साथ 4,686 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की है। वास्तव में किसानों के हितों की रक्षा के लिये मुख्यमंत्री सदैव संकल्पित रहे हैं और यह उनकी नीतियों में भी निरंतर प्रतिबिंबित होता है। उनकी सरकार की प्राथमिकता किसान का हित है और वे हर परिस्थिति में किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। महाकाल की धरती से उन्होंने अपनी सरकार की किसानों को लेकर भावी योजना भी जनता के सामने रखी।
किसानों द्वारा रबी सीजन में की गई कड़ी मेहनत को पूरे देश में सराहा गया है। इस वर्ष गेहूँ उत्पादन में प्रदेश के किसानों ने जो इतिहास रचा, उससे मध्यप्रदेश देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। किसानों की इस उपलब्धि के ऐवज में राज्य सरकार द्वारा किसानों को 25 हजार करोड़ रूपये की राशि का भुगतान किया गया। यही नहीं मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों से तिवड़ा लगा चना भी खरीदा। पूर्व में 13 क्विंटल चना खरीदी की अनुमति थी,जिसे बढ़ाने के लिये केन्द्रीय कृषि मंत्री से चर्चा कर चना खरीदी लिमिट को 20 क्विंटल तक बढ़ाया गया। पूर्व में मध्यप्रदेश के 35 लाख किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि का लाभ मिलता था, जिसे राज्य सरकार ने बढ़ाकर 77 लाख किसानों तक कर दिया है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से प्रदेश का किसान लाभान्वित हो, इसका बेहतर प्रबंधन शिवराज सरकार द्वारा किया गया और वर्ष 2020 में पुनरू सरकार में आते ही किसानों की प्रधानमंत्री फसल बीमा की पुरानी किश्त भरने का काम किया जिसका भरपूर लाभ प्रदेश्के किसानों को मिला है। फसल बीमा की न्यूनतम राशि को लेकर सरकार नए नियम बनाने के लिये आगे बढ़ रही है और जिसका लाभ हमारे किसान परिवारों को मिलेगा।
कोरोना काल की चुनौतियों के बीच श्री चैहान ने स्पष्ट किया कि मध्यप्रदेश में कोई भी मंडी बन्द नहीं होगी तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी भी कभी बन्द नहीं की जायेगी। कोई भी किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित नहीं रहेगा। दूध उत्पादक कृषकों के भी किसान क्रेडिट कार्ड बनाये जायेंगे। यदि कोई व्यक्ति गोवंश के लिये ऋण लेता है तो उसे जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। स्वामित्व योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र का सर्वे कर ग्रामीण व्यक्तियों को भू-अधिकार दिया जायेगा। किसानों के हित में प्रदेश में एक हजार जलवायु आधारित गाँव बनाये जाने की योजना भी है।
प्रदेश के किसानों को अब फूड प्रोसेसिंग से भी जोड़ा जा रहा है, जिससे उनके द्वारा उत्पादित कच्चे माल का उपयोग फूड प्रोसेसिंग में कर रोजगार भी बढ़ाये जायेंगे। जैविक खेती को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिले की उद्यानिकी फसल को पहचान दिलाने की कोशिशें भी प्रांरभ की गई हैं। किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए सहकारी बैंक का भरोसा बेहद जरूरी है। इस दिशा में मुख्यमंत्री श्री चैहान ने 1500 करोड़ रुपये भरने का एलान कर दिया है। साथ ही भावांतर के 470 करोड़ रुपये भी देने कि घोषणा की है। देश के करोड़ों किसानों के आत्मविश्वास,सम्मान,सुरक्षा और पारदर्शिता का नाम है फसल बीमा योजना। प्राकृतिक आपदाओं से फसल खराब होने का संकट हमारे देश मे लगातार बना रहता है।