अपमान करना कांग्रेस के संस्कार: रघुराज
ग्रामीण क्षेत्र में रघुराज को अपार समर्थन
मुरैना। मुरैना विधानसभा भाजपा प्रत्याशी रघुराज कंषाना ने रिठौरा एवं पुर पढ़ावली में जनसपंर्क करते हुए कहा कि कमलनाथ ने हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को नंगा-भूखा कहकर उनका नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की जनता का अपमान किया है। नंगे भूखे तो कमलनाथ थे जो किसानों के पैसे और आमजन के लिए चलाई जा रही योजनाओं को खा गए, अपमान करना तो कांग्रेस के संस्कारों में ही शामिल है। जब सिंधिया और हम सबने जनता की आवाज उठाई तो हमाको अपमानित किया गया,विकास और जनहितकारी योजनाएं बन्द करदी आमजन और विकास के लिए हमने सरकार का साथ छोड़ विधायक पद को त्याग दिया था
श्री कंषाना ने कहा कि देश के पूर्व गृह मंत्री पी चिंदबरम भी हमारी चंबल की धरती के शेरों, नौजवानों का अपमान कर रहे हैं। पी चिंदबरम् ने धारा 370 का समर्थन किया है और धारा 370 का समर्थन करके उन्होंने हमारे चंबल के नौजवान जो देश की सीमा की सुरक्षा करते हैं उनका अपमान किया है। एक तरफ धारा 370 हटाई तो पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह को साधुवाद दे रहा था, उनका समर्थन कर रहा था, लेकिन ये देश-विरोधी नेता धारा 370 का समर्थन कर रहे हैं।
भाजपा प्रत्याशी रघुराज कंषाना ने कहा कि प्रदेश में एक उद्योगपति हैं, लेकिन वे गरीब जनता का खून चूसकर और एक परिवार के दरबारी बनकर उद्योगपति बने हैं। जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्हें भ्रम हो गया कि उन्हें जनता ने चुनकर भेजा है, लेकिन जल्द ही उनका यह भ्रम भी दूर हो गया। वे क्या जानें प्रदेश की गरीब जनता एवं किसानों का दुख-दर्द, उन्हें तो बंगलों में रहने की आदत है। श्री कमलनाथ ने 15 माह तक प्रदेश की जनता को छलने का काम किया है। उन्होंने हमारे बेटा बेटियों की पढ़ाई के लिए चलाई जा रही योजनाओं को बंद कर दिया। भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना शुरू की थी। इस योजना में बेटियों को शादी में 25 हजार की मदद की जाती थी, लेकिन कांग्रेस की सरकार आई तो कमलनाथ ने कहा कि 25 हजार से क्या होगा, इन्हें 51 हजार रूपए की राशि दी जाएगी, लेकिन 15 माह तक किसी भी कन्या को कन्यादान योजना का एक पैसा नहीं मिला। गरीब को कफन के लिए पांच हजार रूपए की राशि देना भी इन्होंने बंद कर दिया। किसानों के साथ छलावा किया और उन्हें दो लाख रूपए कर्जमाफी का लालच देकर सरकार में आ गए, लेकिन किसी भी किसान की कर्जमाफी नहीं की। लोग हमारे पास अपेक्षा लेके आते थे लेकिन कमलनाथ हमारी बात सुनने को तैयार नहीं था ये ही कमलनाथ का असली चेहरा था। ग्रामीण जनों ने सामूहिक रूप से भाजपा और रघुराज को विजय का आशीर्वाद दिया।