क्षेत्र विकास के लिए रघुराज के लिए जुट जाएं बहनें: कंचन चौहान
भाजपा प्रत्याशी को जिताने के घर- घर जाकर मिलें माता बहनों से
मुरैना। जन्मभूमि स्वर्ग से भी महान होती है इसके विकास की जिम्मेदारी जितनी पुरुषों की है उतनी ही हमारी भी। ये आम चुनाव नहीं है, ये देश और प्रदेश का भाग्य बदलने के साथ साथ हमारे बच्चों के भाग्य का भी चुनाव है। इसलिए इसकी महत्वता को समझते हुए चुनाव में जुट जाएं। घर घर जाकर माता, बहनों से सम्पर्क कर राष्ट्र हित में भाजपा को वोट देने की अपील करें। यह बात भारतीय जनता महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष कंचन चौहान ने कंषाना ग्रांट होटल में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
जिलाध्यक्ष श्रीमती कंचन चौहान ने महिला कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र, प्रदेश और क्षेत्र विकास के विकास से ही हमारे बच्चों का विकास जुड़ा है। भाजपा राष्ट्रवाद की विचारधारा रखती है। हम विकास के नाम पर चुनाव लड़ रहे है, जबकि अन्य उम्मीदवार सिर्फ सत्ता और खुद के लाभ के लिए चुनाव मैदान में हैं। ये जातिवाद की बात करके लोगों को भृमित कर अपना हित साधना चाहते हैं। इनको क्षेत्र विकास और आमजन से कोई मतलब नहीं है। अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए समाज में जातिवाद का जहर घोल रहे हैं। ये लोग बरसाती मेढ़क की तरह सिर्फ चुनाव में आते हैं, बाकी समय में गायब रहते हैं। इनसे क्षेत्र को बचाने के लिए महिला मोर्चा की बहनें घर-घर जाकर इनकी पोल खोलें। शिवराजसिंह की जनहितैषी सरकार बनाने रघुराज कंषाना के लिए वोट मांगे। श्रीमती चौहान ने कहा कि भारती संस्कृति में पति को परमेश्वर मानते हैं, लेकिन राष्ट्र के हित के लिए ना जाने कितनी माताओं ने अपने दूध का और बहनों ने अपने सुहाग को न्योछावर कर दिया है। इसलिए मैं माता बहनों से कहना चाहती हूँ कि रोज पतिदेव की हर बात माने। लेकिन सिर्फ राष्ट्र निर्माण, क्षेत्र विकास और बच्चों के भविष्य के लिए सिर्फ भाजपा को वोट दें। इसमे पति की ना सुनें।
लोगों ने टिकटों के लिए पार्टी बदली ली, मेरे पति ने तो जनता के लिए विधायक पद छोड़ा:
महिला मोर्चा सम्मेलन में मौजूद भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह कंषाना की धर्मपत्नी मोनिका सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ नाथ सरकार ने आम जन तो क्या अपने विधायकों तक का अनसुना कर दिया था। जो लोग दल बदलने का आरोप लगा रहे है उनको यह पता होना चाहिए कि लोगों ने केवल टिकट के लिए अपने दल बदल लिए। मेरे पति ने तो जनता के सम्मान और क्षेत्र के विकास के लिए विधायक का पद त्यागा। लोग पार्षद का पद नहीं छोड़ते। लेकिन मेरे पति के लिए विकास और जनता का मान सम्मान सर्वाेपरि है।