चंबल क्षेत्र से किसानों का नौवां जत्था दिल्ली रवाना । 09 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरने शुरू होंगे
कैलारस। तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली के पांचो बॉर्डरों पर चलाए जा रहे आंदोलन मैं लगातार किसानों की भागीदारी बढ़ती जा रही है। इसी क्रम में चंबल क्षेत्र के मुरैना जिले से भी किसानों का 9 वां जत्था दिल्ली पलवल बॉर्डर के लिए रवाना हुआ। इस जत्थे को रवानगी देते हुए मध्य प्रदेश किसान सभा के नेता गयाराम सिंह धाकड़ ने कहा कि जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे तब तक आंदोलन जारी रहेगा। यह कानून कृषि व्यवस्था को कॉरपोरेट्स को सौंपने के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने इन्हें वापस लेने की सरकार से अपील की। चंबल क्षेत्र के मुरैना जिले से जाने वाले जत्थे का नेतृत्व किसान नेता शक्कर कारखाना के पूर्व संचालक उदय राज सिंह धाकड़, बनवारी लाल धाकड़, मनोज सिंह ,भानु प्रताप सिंह, रमेश धाकड़ आदि किसान नेता कर रहे हैं। इस जत्थे को रवाना करने के बाद गयाराम सिंह ने बताया कि मुरैना जिले में भी व्यापक अभियान चलाया जाएगा। जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के जत्थे निकाले जाएंगे। साथ ही 09 जनवरी से जिले की मंडियों में किसानों के अनिश्चितकालीन धरने भी शुरू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि तीनों काले कृषि विरोधी कानून मंडी व्यवस्था को समाप्त करने, ठेका खेती लागू करने, जमाखोरी की सीमा समाप्त करने के लिए बनाए गए हैं। इससे खेती को तबाह करने के अलावा कुछ नहीं मिलने वाला है। उन्होंने किसानों से आंदोलन में पुरजोर भागीदारी करने की अपील की।