गंज रामपुर किसान महापंचायत:तीनों काले कृषि विरोधी कानूनों की वापसी तक जारी रहेगा किसान आंदोलन: मेजर सिंह
मोदी सरकार ने किसानों को बर्बाद किया: आमराराम
मुरैना। संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर जारी किसान आंदोलन को लगभग 3 माह होने को है , उसमें 225 से ज्यादा किसान शहीद हो गए हैं । लेकिन मोदी सरकार तीनों कृषि विरोधी काले कानूनों की वापसी के लिए तैयार नहीं है। यह हमारा आंदोलन तीनों काले कानूनों की वापसी तक जारी रहेगा । यह बात गंज रामपुर में आयोजित किसान पंचायत को संबोधित करते हुए काले कानूनों के बारे में सरकार से बातचीत के लिए बनाई गई 40 सदस्यीय समिति के सदस्य, कुल हिंद किसान सभा पंजाब के सचिव मेजर सिंह उन्नवाल ने कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार देश को बर्बाद कर रही है। खेती को भी कॉर्पोरेट को सौंपने की तैयारी है। लेकिन किसान अड़े हुए हैं। काले कानूनों की वापसी तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा । गंज रामपुर किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए लगातार चार बार सीकर विधानसभा राजस्थान से विधायक रहे ,अखिल भारतीय किसान सभा के उपाध्यक्ष आमराराम ने कहा कि केंद्र सरकार कृषि कानूनों के बारे में जनता के बीच भ्रम की स्थिति निर्मित करना चाहती है। जनता को गुमराह कर रही है। लेकिन किसान हकीकत को समझ रहे हैं। किसान पीछे नहीं हटेंगे संघर्ष को जारी रखेंगे किसान महापंचायत में खेत मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय सचिव प्रोफेसर विक्रम सिंह भी मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए , उन्होंने कृषि विरोधी तीनों काले कानूनों के बारे में विस्तार से किसानों को जानकारी दी और संघर्ष में आगे आने का आह्वान किया। इनके अलावा किसान महापंचायत को मध्य प्रदेश किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक तिवारी ,जिला अध्यक्ष रामनिवास शर्मा ,जेके पिप्पल, बैजनाथ पिप्पल, हेमंत सागर ,अशोक कुमार आदि ने संबोधित किया । किसान महापंचायत ने सर्वसम्मति से हाथ उठाकर संघर्ष जारी रखने का संकल्प दोहराया । क्या बताऊं कार्यक्रम के समापन पर मध्यप्रदेश में वामपंथी आंदोलन के आधार स्तंम्भ रहे, मोतीलाल शर्मा जी की प्रतिमा पर सभी अतिथियों ने माल्यार्पण किया।