नेहरू युवा केंद्र द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
जल के बिना जीवन की कल्पना भी मुश्किल है
मुरैना 20 फरवरी 2021/ युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के नेहरू युवा केंद्र संगठन के जिला युवा अधिकारी श्री राकेश सिंह तोमर के निर्देशानुसार विकासखंड जौरा में राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक श्री प्रशांत शर्मा के नेतृत्व में ’’कैच द रेन’’ कार्यक्रम के तहत चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भगत सिंह कॉलोनी गायत्री इंग्लिश एकेडमी पर किया गया। जिसमें अतिथि गायत्री इंग्लिश एकेडमी के संचालक श्री रुद्रेश गौड़ एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्री वीरेंद्र कुमार राणा मौजूद थे।
जिसमें यूथ मोटीवेटर रूद्रेश गॉड ने सभी छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा है कि जल ही जीवन है जल के बिना जीवन की कल्पना भी मुश्किल है, सभी लोग कहते हैं जल है तो कल है, इसके बावजूद भी जल को बर्बाद किया जा रहा है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जल संकट का समाधान सिर्फ जल के संरक्षण में ही है। वहीं श्री प्रशांत शर्मा ने बताया कि ’’कैच द रेन’’ के तहत जागरूकता अभियान एवं आईईएस गतिविधियों में शैक्षिक और प्रेरणादायक कार्यक्रम, जन जागरूकता अभियान, दीवार लेखन, बैनर और ई-बैनर निर्माण सहित अनेक गतिविधियाँ शामिल होंगी। राज्यों से प्रत्येक जिले में रेन सेंटर खोलने का अनुरोध किया गया है, जो सभी के लिये एक तकनीकी मार्गदर्शन केंद्र के रूप में कार्य करेगा। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा जल बचाने को लेकर चित्र बनाएं। जिसमें संजय राय, सोनम राठौर, अंकिता शाक्य, अंजली, अमित गॉड, दलबीर सिंह, अमन गुप्ता, रोहित त्यागी, रागिनी बंसल, हरिओम सिकरवार, सौरभ त्यागी, अनुराग सिकरवार आदि शामिल हुए।
कक्षा के आवासीय विद्यालय ख¨ले जा सकेंगे-मंत्री श्री परमार
मुरैना 20 फरवरी 2021/स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) अ©र सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने बताया कि प्रदेश में कक्षा 10वीं अ©र 12वीं में पढ़ने वाले विद्यार्थिय¨ं कें लिए सभी शासकीय अ©र अशासकीय आवासीय विद्यालय अ©र छात्रावास ख¨ले जा सकेंगे। क¨विड 19 संक्रमण क¨ दृष्टिगत रखते हुए इन आवासीय विद्यालय¨ं अ©र छात्रावास¨ में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, गृह विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा समय-समय पर जारी स्टैंडर्ड आॅपरेटिंग प्र¨सीजर ;ैव्च्) एवं निर्देश¨ं का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य ह¨गा।
उन्ह¨ंने बताया कि कक्षा 10वीं अ©र 12वीं के विद्यार्थी माता-पिता अ©र अभिभावक¨ं की लिखित सहमति के आधार आएंगे। आवासीय विद्यालय अ©र छात्रावास¨ं में विद्यार्थिय¨ं की उपस्थिति अनिवार्य नहीं ह¨गी। आवासीय विद्यालय¨ं द्वारा आॅनलाईन कक्षाअ¨ं की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएंगी। आवासीय विद्यालय¨ अ©र छात्रावास¨ं में सभी विद्यार्थिय¨ं के लिए कम से कम 6 फीट की शारीरिक दूरी का पालन, फेस कवर या मास्क का उपय¨ग, साबुन से बार-बार हाथ ध¨ना, अल्क¨हल आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपय¨ग, श्वसन शिष्टाचार का सख्ती से पालन अ©र आर¨ग्य सेतु एप क¨ इन्स्टाॅल कर उपय¨ग करना अनिवार्य ह¨गा।
आवासीय विद्यालय¨ं अ©र छात्रावास¨ं में कार्यक्षेत्र अ©र अन्य सामान्य उपय¨ग वाले क्षेत्र¨ं क¨ स¨डियम हाइप¨क्ल¨राइड से साफ किया जायेगा तथा बार-बार छूई जाने वाली सतह¨ं की सफाई का विशेष ध्यान रखा जायेगा। विद्यालय एवं छात्रावास¨ं में राज्य हेल्पलाइन नम्बर अ©र स्थानीय हाॅस्पिटल आदि के नम्बर क¨ विद्यालय में प्रदर्शित किया जायेगा, जिससे किसी भी आपात स्थिति के द©रान शिक्षक¨ं, विद्यार्थिय¨ं अ©र कर्मचारिय¨ं द्वारा सम्पर्क किया जा सकेगा। फर्श की सफाई तथा परिसर क¨ नियमित रूप से सेनेटाइज कराना अनिवार्य ह¨गा। एयर-कंडीशनिंग, वेंटिलेशन के लिये सीपीडब्ल्यूडी के दिशा-निर्देश¨ं का पालन करना अनिवार्य ह¨गा। विद्यार्थिय¨ं की सुरक्षा, स्वास्थ्य की पूर्ण जिम्मेदारी स्कूल एवं छात्रावास प्रबंधन की ह¨गी।
Oppoमध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने जानकारी दी है कि एक अप्रैल से कंपनी अपने केश काउण्टर बंद करने जा रही है। इसके विकल्प के त©र पर वर्तमान में चल रहे एमपी आॅनलाइन, काॅमन सर्विस सेन्टर, एटीपी मशीन, कंपनी के प¨र्टल चवतजंसण्उचब्रण्पद (नेट बैंकिंग, क्रेडिट, डेबिट कार्ड, यूपीआई, ईसीएस, ईबीपीएस, बीबीपीएस, कैश कार्ड, वाॅलेट, पेटीएम, गूगल पे, फ¨न पे आदि) एवं उपाय म¨बाइल एप विकल्प¨ं द्वारा बिल भुगतान की सुविधा उपभ¨क्ताअ¨ं क¨ उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा चिन्हित स्थान¨ं पर चयनित एजेंसिय¨ं क¨ आॅनलाइन भुगतान के लिए अधिकृत किया जाएगा।
कंपनी आॅनलाइन भुगतान के अन्य विकल्प¨ं क¨ उपलब्ध कराने पर भी विचार कर रही है। कंपनी ने यह स्पष्ट किया है कि चालू फरवरी-मार्च माह में मीटर रीडर क¨ बिजली बिल भुगतान के लिए अधिकृत नहीं किया गया है इसलिए इन माह¨ं में मीटर रीडर क¨ बिजली बिल का भुगतान नहीं करें तथा यदि ऐसा क¨ई व्यक्ति केश कलेक्शन के लिए उपभ¨क्ता के परिसर में आता है त¨ उससे बिजली कंपनी का आईडी कार्ड जरूर मांगा जाए तथा संबंधित व्यक्ति की फ¨ट¨ खींचकर रखें।
आॅनलाइन भुगतान के फायदे
आॅनलाइन भुगतान पर 5 से 20 रुपये तक की छूट मिलेगी। उपभ¨क्ता क¨ बिल भुगतान की तुरंत जानकारी मिलेगी। उपभ¨क्ताअ¨ं के समय की बचत ह¨गी। बिल भुगतान के लिए बिजली आॅफिस नहीं जाना पड़ेगा। आॅनलाइन भुगतान किसी भी समय कहीं से भी किया जा सकेगा।
आॅनलाइन भुगतान के विकल्प
एम.पी.आॅनलाईन, एटीपी मशीन, काॅमन सर्विस सेन्टर, कंपनी प¨र्टल (नेट बैंकिंग, क्रेडिट/डेबिट कार्ड, यूपीआई, ईसीएस, ईबीपीएस, बीबीपीएस, कैश कार्ड एवं वाॅलेट आदि), पेटीएम एप एवं बेवसाइट अ©र उपाय म¨बाइल एप।
नगरीय निकायों के सभी खाते संचालनालय के ई-नगरपालिका पोर्टल से होंगे लिंक
मुरैना 20 फरवरी 2021/नगरीय निकायों के सभी खाते ई-नगरपालिका पोर्टल से लिंक किये जाएंगे। नगरीय निकायों के अनावश्यक बैंक खातों को बंद कर लेखा नियमों के अन्तर्गत प्रावधानित खाते ही संधारित किये जाएंगे।
अब नगरीय निकायों में सभी प्रकार के आय-व्यय ई-नगरपालिका के ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ही किये जाएंगे। कैशबुक, बैलेंस शीट तथा लेखांकन संबंधी सभी कार्य ई-नगरपालिका पोर्टल से ही की जाएगी। नगरीय निकायों में एक ही कैशबुक संधारित की जाएगी तथा प्रत्येक योजना के लिए अलग-अलग लेजर संधारित की जाएगी। ऐसी योजनाएँ जो अब नगरीय निकायों द्वारा संचालित नहीं की जा रही हैं, उनकी शेष राशि संबंधित विभाग अथवा संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास को वापस की जाएगी।
लाडली लक्ष्मी योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह 22 फरवरी से प्रारंभ
मुरैना 20 फरवरी 2021/ 22 फरवरी से 28 फरवरी तक लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह चलाया जाना है। इस सप्ताह के दौरान समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्तायें, सुपरवाईजर एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी घर-घर जाकर हितग्राहियों से आवेदन पत्र एकत्रित कर नियमानुसार योजना का लाभ देंगे।
इस संबंध में जनसमुदाय से अपील की है कि लाडली लक्ष्मी योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना का लाभ लेने हेतु निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र भरकर अपने क्षेत्र के आंगनवाड़ी केन्द्र, बाल विकास परियोजना कार्यालय में जमा करें। लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए बालिका के माता-पिता मध्यप्रदेश के मूल निवासी हों एवं आयकर दाता न हों, द्वितीय बालिका के प्रकरण में आवेदन करने के पूर्व परिवार नियोजन अपना लिया हो।
इसी प्रकार प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ लेने के लिए योजना अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को पहले जीवित बच्चे के जन्म के दौरान तीन किश्तों में 5 हजार रूपये का भुगतान किया जाएगा। जो केन्द्रीय या राज्य सरकार या किसी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के साथ नियमित रोजगार में न हों। जो किसी अन्य योजना या कानून के तहत समान लाभ प्राप्तकर्ता न है।