किसानों ने रैली निकालकर, प्रदर्शन कर सरसों कम रेट पर खरीदी तथा मंडी व्यवस्था व एफसीआई के निजीकरण के खिलाफ दिया ज्ञापन
26 मार्च को संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर होगा भारत बंद
कैलारस-- देशव्यापी किसान आंदोलन लगातार जारी है। पांचों सीमाओं पर आंदोलन को 110 दिन से ज्यादा हो गए हैं। 300 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं। परंतु सरकार सुनने को तथा कृषि विरोधी कानूनों को वापस लेने के लिए तैयार नहीं है। किसान आंदोलन भी नए नए आयाम स्थापित कर रहा है। इसी कड़ी में आज देश भर में मंडी व्यवस्था तथा एफसीआई के निजी करण के विरोध में आंदोलन किए गए। कैलारस में भी किसानों ने रैली निकाली प्रदर्शन कर कृषि उपज मंडी सचिव को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रस्तुत किया। ज्ञापन में अन्य मांगों के साथ किसानों की सरसों कम रेट पर खरीदी का भी विरोध किया है। लेखपाल जादोन ने कल 10:30 बजे किसानों की समस्याओं पर विचार करने हेतु मीटिंग करने जिसमें किसानों के प्रतिनिधियों को भी हिस्सेदारी देने का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर कृषि उपज मंडी में किसानों की आम सभा भी हुई। जिसे मध्य प्रदेश किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक तिवारी, गयाराम सिंह धाकड़, सिंचाई अध्यक्ष राम लखन सिंह, एसएफआई के प्रांतीय संयुक्त सचिव राजवीर सिंह ने भी संबोधित किया। नेताओं ने सरकार के कारपोरेट परस्त हठधर्मी रवैया की कड़ी आलोचना की। कानूनों की वापसी के साथ-साथ मंडी में सरसों की लूट रोकने उचित मूल्य पर सरसों की खरीदी सुनिश्चित कराने की शासन और प्रशासन से मांग की है। ज्ञातव्य हो कि कृषि उपज मंडी के सामने किसानों का आंदोलन 66 दिनों से जारी है।आगे 26 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से भारत बंद का आह्वान किया गया है। 23 मार्च को भगत सिंह शहादत दिवस पर सभी जगह व्यापक भागीदारी वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ।