भाजपा सरकार ने गरीबों को लौटाया उनका हक: योगेशपाल
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार जनविरोधी थी- रघुराज
मुरैना। प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार को बने एक साल पूरा हो चुका है। इस एक साल की अवधि में सरकार ने गरीबों को उनका हक लौटाया और कोरोना की विषम परिस्थितियों के बावजूद गरीबों, किसानों और मजदूरों के कल्याण के लिए भरसक प्रयास किए हैं। यह बात भाजपा के जिलाध्यक्ष डॉ योगेशपाल गुप्ता ने सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार जहां लोगों की छोटी-छोटी जरूरतों को पैसे न होने की बात कहकर टाल देती थी, वहीं शिवराज सरकार ने खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद किसानों, मजदूरों के खातों में 1.18 लाख करोड़ की राशि डाली है। भाजपा सरकार ने बीते एक वर्ष में गरीबों को उनका हक लौटाया है, जिसे कमलनाथ सरकार ने योजनाएं बंद करके छीन लिया था। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर ‘सेवा का संस्कार, विकास की रफ्तार, अभिनंदन भाजपा सरकार’ थीम पर जिले भर में कार्यक्रम आयोजित करेगी और सरकार की उपलब्धियों की जानकारी जिले की जनता को देगी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक रघुराज कंषाना ने कमलनाथ सरकार को जन वोरोधी बताते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार के
कैबिनेट के निर्णय दिग्विजयसिंह के इशारे पर लिए जाते थे, जो लोकतंत्र पर प्रहार जैसा था। खुद सरकार के मंत्रियों ने कई बार यह बात कही। कमलनाथ ने प्रदेश की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2 लाख 43 हजार घर मेचिंग ग्रांट न होने का बहाना बनाकर लौटा दिये। लेकिन जब उन्हीं कमलनाथ के पीए के घर पर आयकर का छापा पड़ा, तो 283 करोड़ रूपए मिले। कमलनाथ के पास भ्रष्टाचार करने से लेकर आइफा अवार्ड तक के लिए पैसा था, लेकिन गरीब जनता के कल्याण के लिए पैसा नहीं था। श्री उमंग सिंगार, श्री गोविंदसिंह और अन्य मंत्रियों ने सरकार पर शराब माफिया और खनन माफिया के प्रभाव में काम करने के आरोप लगाए। आखिरकार गरीबों का हक छीनने वाली उस सरकार को जाना पड़ा। श्री ज्योरादित्य सिंधिया जी एवं उनके साथियों ने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया। भाजपा नेता महेश मिश्रा ने कार्यकर्ताओं से कहा कि सत्ता में आते ही कमलनाथ सरकार ने वैचारिक आक्रमण शुरू कर दिए थे। उस सरकार ने आते ही वल्लभ भवन में प्रत्येक माह की पहली तारीख को गाया जाने वाला वंदेमातरम् गान बंद करवा दिया। श्रद्धा और आस्था के केंद्र मीसाबंदियों की सम्माननिधि को बंद कर दिया। श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेता दिग्विजयसिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं पर प्रतिबंध लगाने की बात करते थे और उन्हीं के रास्ते पर चलते हुए कमलनाथ ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय से सुरक्षा हटा दी। कमलनाथ सरकार ने दिग्विजयसिंह के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे लाद दिये गए। भूमाफिया के नाम पर पार्टी कार्यकर्ताओं को परेशान किया जाने लगा। कार्यक्रम में केदार सिंह यादव, रामनरेश शर्मा, राजेश शर्मा, धीरज शर्मा, अनूप जैन, नितिन गुप्ता, रामवीर कंसाना, अरुण परमार, संजय डंडोतिया, संजय शर्मा, बलवीर पाठक, दिलीप डंडोतिया, पिंटू तोमर आदि मौजूद रहे। इसी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन जिले के सभी विधानसभा मुख्यालयों पर भी आयोजित किये गए।