पिछले वर्ष की कोरोना काल की परिस्थितियों को देखते हुये भविष्य की चुनौतियों को गंभीरता से लें: अतिरिक्त मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव





अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री मलय श्रीवास्तव ने दिये अधिकारियों को कडे निर्देश 

कोविड 19 को रोकने के लिए वेहत्तर से वेहत्तर उपाय होना चाहिए 

मुरैना 04 अप्रैल 2021/जिले में लगातार कोरोना के केस निकल रहे हैं पिछले दिनों लगातार तीन दिनों का आंकडा देखा जाये तो गुरूवार को 3, शुक्रवार को 6 और शनिवार 10 केस लगातार निकलकर आये है। भविष्य की चुनौतियों को स्वीकार करते हुये हमें बेहतर पुख्ता इंतजाम करने होंगे। यह निर्देश मध्यप्रदेश शासन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुरैना जिले के प्रभारी सचिव श्री मलय श्रीवास्तव ने दिये । श्री श्रीवरस्तव रविवार को नवीन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कोरोरा की तैयारियों को लेकर समीक्षा कर रहे थे । इस अवसर पर चंबल कमिश्नर श्री आशीष सक्सेना, आईजी चंबल रेंज श्री मनोज शर्मा, कलेक्टर श्री बी कार्तिकेयन, पुलिस अधीक्षक श्री सुनील कुमार पाण्डेय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री रोशन कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री रायसिंह नरवरिया, नगर निगम कमिश्नर श्री अमरसत्य गुप्ता, जिले के समस्त एसडीएम, कोरोना से जुडे संबंधित अधिकारी और सीएमएचओ, सिविल सर्जन, बीएमओ एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुरैना जिले के प्रभारी सचिव श्री मलय श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना के केस लगातार जंप लगा रहे हैं, इसलिये अभी तक जिले में 350 कोविड के टेस्ट किये जा रहे थे उन्हें अब बढाकर प्रतिदिन 500 टेस्ट कराये जायें। उन्होंने कहा कि विशेषकर अंबाह और मुरैना में कोविड के मरीज निकल रहे हैं। इसलिये बाहर से आने वाले लोगों का कोविड टेस्ट अनिवार्य रूप से किया जाये । जो लोग ट्रेवल हिस्ट्री करके आ रहे हैं उन्हें चिन्हित करें और होम क्वारंटाइन भी करें। उन्होंने कहा कि जिले में अभी 150 बेड उपलब्ध हैं, इसके अलावा नवीन हास्पीटल भवन में 200 बेड तैयार कराये जायें। श्री मलय श्रीवास्तव ने कलेक्टर को निर्देश दियें कि मुरैना शहर में 11 प्रायवेट हाॅस्पीटल ऐसे हैं जिनमें शासन द्वारा 400 लोगों को रखने की अनुमति का प्रधान है। उन हाॅस्पीटलों को चिन्हित कर उनमें 50 प्रतिशत यानी 200 बेड ऐसे चिन्हित कर लें,  कि कोई पाॅजिटिव व्यक्ति है। उसके परिवार में अन्य कोई व्यक्ति सेवा के लिये नहीं हैं। अपने अधीनस्थ नौकर भी इस स्थिति में दूर भागने की कोशिश करते हैं। वह पैसा खर्च करना चाहता है किंतु ऐसे व्यक्तियों को पैसे लेकर उन हाॅस्पीटलों में इलाज कराने की सुविधा दिलाई जाये। श्री मलय श्रीवास्तव ने कहा कि जिले में माॅनीटरिंग के लिये पर्याप्त स्टाफ होना चाहिये इसके लिये पिछले कोविड काल में 18 लोगों को रखा गया था। उनको भी रखने का प्रस्ताव मुझे पुनः उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि जिले में पर्याप्त आॅक्सीजन की सुविधा उपलब्ध रहे, यह सुनिश्चित किया जाये। श्रीवास्तव ने कहा कि जिले में 12 इंसीडेंट कमाण्डर टीम गठित की गई हैं। उन टीमों को निर्देशित करें कि जिनके क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति कोविड का पाया जाता है उस व्यक्ति के घर पर पर्चा चस्पा करायें और क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति बाहर से आता है उसे कोविड टेस्ट कराने के लिये मार्गदर्शन दें। जिले में फीवर क्लीनिक सभी चालू किये जायें। भविष्य की चुनौती को देखते हुये किसी भी कार्य में कोताही न बरतें। रेलवे स्टेशन, बसस्टेण्ड, मार्केट आदि स्थानों पर बडे बडे होर्डिंग आदि लगवायें जिसमें मेरा मास्क मेरी सुरक्षा इस प्रकार के नारे आदि लिखवायें। अनुभाग स्तर पर, थाना स्तर पर, पंचायत स्तर पर, रोको टोको अभियान चलाये तथा लापरवाह लोगों पर जुर्माना भी करें। निगम द्वारा अभी एक लाख 23 हजार रूपये की राशि वसूल की है और भी इस कार्य में तेजी लायें। मास्क न लगाने वालों पर 100 रूपये का जुर्माना, जेब में रखने वालों पर 50 रूपये का जुर्माना और मास्क नहीं है जुर्माना की राशि नहीं देता है तो उस व्यक्ति को खुली जेल में एक दिन रखें। उन्होंने कहा कि 60 से उपर लोगों में वैक्सीन का आंकडा बहुत कम है इस आंकडे को लक्ष्य के अनुरूप शीघ्र पूरा करें। वैक्सीन लगवाने के लिये सबको प्रेरित करें। 

चंबल कमिश्नर श्री आशीष सक्सेना ने कहा कि जिले में प्रायवेट नर्सिंग काॅलेजों को भी चिन्हित करें। आवश्यकता पडने पर वहां के स्टाफ का भी सहयोग लें। होम आइसोलेशन वाले व्यक्तियों से दिन में दो बार डाॅक्टर वीडियो काॅलिंग से चर्चा करें। ज्यादा पढे लिखे लोग हैं उन्हें वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से उनके स्वास्थ्य की जानकारी लें। जिले के समस्त पटवारी, पंचायत सचिव, आंगनवाडी कार्यकर्ता, आशा, एएनएम, कोतवार को रजिस्टर संधारित करना होगा जो व्यक्ति बाहर से आता है उसका कोविड टेस्ट कराना और उसे 14 दिन के लिये होम क्वारेंटाइन रहने की सलाह दें। यह सब कार्य पब्लिक के सहयोग से करें। बाहर से आने वालों की सूचना गांव, गली मोहल्ले में होनी चाहिये। हर हफते क्रायसिस मैनेजमंेट की बैठक होनी चाहिये। 

बैठक में कलेक्टर श्री बी कार्तिकेयन ने भी अभी तक तैयारियों को अवगत कराया। शेष जो भी निर्देश अतिरिक्त मुख्य सचिव ने दिये उनका आने वाले दिनों में कड़ाई से पालन करने का आश्वासन भी दिया।

 

शादी-विवाह के पूर्व संबंधित एसडीएम या संबंधित तहसीलदार से लेनी होगी अनुमति

शादी में 100 से अधिक लोक एकत्रित नही होगे

कोरोना को देखते हुये जिले में कोई दंगल, नवरात्रों में बडो आयोजन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगे

जिले में केवल रविवार को ही रहेगा सक्ती से लाॅकडाउन

क्रायसिसि मेनेजमेन्ट की बैठक में लिये महत्वपूर्ण निर्णय




मुरैना 04 अप्रेल 2021/ जिले में लगातार बढ रहे कोरोना के मरीजों को दृष्टिगत रखते हुये जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक संपन्न हुई। बैठक में मध्यप्रदेश शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं प्रभारी सचिव जिला मुरैना श्री मलय श्रीवास्तव, चंबल कमिश्नर श्री आशीष सक्सेना, आईजी चंबल रेंज श्री मनोज शर्मा, कलेक्टर श्री बी कार्तिकेयन, पुलिस अधीक्षक श्री सुनील कुमार पाण्डेय, मुरैना विधायक श्री राकेश मावई, जौरा विधायक श्री सूबेदार सिंह रजौधा, पूर्व मंत्री श्री रूस्तम सिंह, श्री गिर्राज डण्डोतिया, पूर्व महापौर श्री अशोक अर्गल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री रोशन कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री रायसिंह नरवरिया, नगर निगम कमिश्नर श्री अमरसत्य गुप्ता, श्री शिवमंगल ंिसंह तोमर नागेन्द्र तिवारी सहित विभिन्न मान्यता प्राप्त दलों के सदस्य सहित क्रायसिस मैनेजमेंट कमेटी के पदाधिकारी, जिले के समस्त एसडीएम, कोरोना से जुडे संबंधित अधिकारी और सीएमएचओ, सिविल सर्जन, बीएमओ अन्य स्वास्थ्य से जुडे अधिकारी उपस्थित थे। 

क्रायसिस मैनेजमेंट की कमेटी के निर्णयानुसार मुरैना जिले में कोरोना की गति को रोकने के लिये महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं। ये सभी निर्णय आज रात्रि 12 बजे से लागू हो जायेंगे। बैठक में निर्णय लिया गया कि जिले में आने वाले समय में शादी विवाह के कार्यक्रम, नवरात्रि, रमजान, दंगल के कार्यक्रम होने वाले हैं इसलिये इन सभी आयोजन में समिति ने निर्णय लिया है कि जिले में दंगल पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। नवारात्रि में भीड भाड़ वाले आयोजन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे। बाहर से आने वाले लोगों की कोविड जंाच तथा उन्हें होम क्वारेंटाइन 14 दिन रखने के लिये सुझाव दिये गये हैं। 

बैठक में निर्णय लिया कि जिले के अंतर्गत होने वाले भंडारे, तेरहवीं जैसे आयोजन पर प्रतिबंधित रहेगा। शादी विवाह होने पर संबंधित एसडीएम या संबंधित तहसीलदार से लिखित में अनुमति लेनी होगी और शादी में 100 लोगों से अधिक की अनुमति नहीं होगी जिस व्यक्ति के यहां शादी है उसे प्रशासन को भी सूचना देनी होगी। कमेटी ने निर्णय लिया है कि शादी में खरीददारी (हाट) में मात्र 5 लोग ही खरीददारी के लिये एलाउ रहेंगे इससे ज्यादा बाजार में हाट करने नहीं जायेंगे। 

बैठक में जौरा विधायक श्री सूबेदार सिंह रजौधा ने कहा कि लोगों में जनजाग्रति लायें। ग्रामीण लोग मास्क लगाने के लिये तैयार नहीं उन्हें प्रेरित करने की आवश्यकता है। 

बैठक में मुरैना विधायक श्री राकेश मावई ने कहा कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों का एनटीपीसीआर टेस्ट कराने की सुविधा उपलब्ध रहे जिसका रिजल्ट उसी दिन प्राप्त हो जाता है। 

बैठक में पूर्व मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने कहा कि जिले में शादी विवाह एवं दंगल के कार्यक्रमों को पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाये। यह समिति का निर्णय है। बैठक में अन्य क्रायसिस मैनेजमेंट की बैठक में अपने अपने सुझाव प्रस्तुत किये।

क्रायसिस मैनेजमेंट सदस्यों के मोबाइल ग्रुप बनायें।

पूरे जिले में संडे को एक साथ लाॅकडाउन सख्ती से रहे जिसमें दवाई, पेट्रोल पंप ही खुले रहेंगे। 

पिछली जैसी सख्ती जिले में रविवार के दिन दिखनी चाहिये। 

मास्क नहीं लगाने पर 100 रूपये का चालान, जेब में मास्क रखा पाया या नाक से नीचे मास्क लगा पाया तो 50 रूपये का जुर्माना होगा। जो व्यक्ति मास्क नहीं लगाये हैं या जुर्माना नहीं दे रहे हैं। उन्हें खुली जेल में एक दिन रखकर निबंध लिखवाये जायेंगे। 

मुरैना जिले की सीमा में रोड के सभी ढाबा संचालकों के कोविड टेस्ट कराये जायें। 

महारष्ट्र, केरल, इंदौर से आने वाले ट्रकों को मुरैना जिले की सीमा में रूकने की अनुमति नहीं दी जाये। सीमा से बाहर ही रूकें। 

जिले में किसी प्रकार के दंगल नहीं होंगे। दंगल कार्यक्रम पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे। नवरात्रि में कोई बडे आयोजन नहीं होंगे। व्यक्ति साधारण रूप में दर्शन ही कर सकेंगे। 

शादियों में जिले से बाहर से आने वाले लोगों की सूचना प्रशासन को देनी होगी। 

जिले में भंडारे या तेरवीं जैसे बड़े कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे इसके लिये पंचायत सचिव, पटवारी, कोटवार आदि को अपने अपने क्षेत्रों में सूचना करनी होगी। 

अंतर्राज्यीय परिवहन की बसों पर सख्ती की जाये, बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच कराई जाये। 

जिले के बोर्डर पर चैंकिंग पाॅइंट लगाये जायें।

रमजान के समय लोग एतिहात बरतें। मस्जिदों में 4 से 5 लोगों को ही नमाज अदा करायें। शेष लोग पिछले वर्ष की तरह घरों पर ही नमाज अदा करें।

रेल्वे बस स्टैंड पर बाहर से आने वाले मुसाफिरों की जांच एवं सूचना दें और अंतर्राज्यीय चैक पाॅइंटों पर सर्चिंंग करें। 

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