पर्यावरण दिवस निकलते ही ग्वालियर नगर निगम में कांटा हरा भरा पीपल का पेड़
ग्वालियर बसैया मां न्यूज़। नगर निगम द्वारा आज नारंगी बाई का मंदिर लाला का बाजार मैं एक पीपल के पेड़ की क्या कर दी गई या फिर काफी साल पुराना है जिसे आज नगर निगम के कर्मचारियों ने काट दिया काटने के बाद उसकी लकड़ी को आरा मशीन पर भेज दिया गया जिससे जो राजस्व प्राप्त हुआ वह मौजूद अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी लिया उक्त जानकारी के अनुसार ग्वालियर नगर निगम द्वारा आज सुबह नारंगी बाई मंदिर के पास लाला के बाजार मैं पीपल का पेड़ काट दिया जिससे आसपास के लोगों को बहुत ही असाइनी महसूस हुआ क्योंकि यह वृक्ष काफी साल पुराना था और इसके नीचे अच्छी छाव बनी रहती थी आसपास के लोग इस ब्रिज के नीचे आकर बैठ जाया करते थे लेकिन आज नगर निगम के कर्मचारियों ने अपनी ही दवा पावर का इस्तेमाल करते हुए पुराने पेड़ को काट दिया जिसकी मोटी मोटी डकार को मशीन से काटकर दो छोटा हाथी लोडिंग गाड़ी में हर कर ले गए बताया गया है कि यह लोडिंग गाड़ी नगर निगम ग्वालियर के उद्यान अधीक्षक मुकेश बंसल की अनुमति से पीपल के पेड़ की लकड़ी को आरा मशीन के व्यापारी को बेचा जाएगा और इसके युवा जो राजस्व मिलेगा वह उद्यान अधीक्षक सहित नगर निगम के कर्मचारी अपनी जेब में ढूंढ लेंगे यह कारवां काफी समय से चला आ रहा है नगर निगम में पदस्थ श्री बंसल पार्कों के जीर्णोद्धार व रखरखाव के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं क्योंकि नगर निगम की नौकरी करते हुए यह इस बात का ध्यान नहीं रखते कि किस जगह पर लगाना है और कहां से पेड़ हटाना है यह पीपल का पेड़ काफी साल पुराना था कहा जाता है कि हिंदू परंपरा के अनुसार पीपल का पेड़ आस्था का प्रतीक होता है और इस पर देवता निवास करते हैं एवं मानव जीवन के लिए यह पीपल का पेड़ बहुत ही आवश्यक है क्योंकि रात्रि के समय यह पेड़ मानव जीवन के लिए ऑक्सीजन छोड़ता है जिससे पृथ्वी पर जीवन जीने के लिए बहुत ही आवश्यक है यहां बता दें की नगर निगम के पदस्थ उद्यान अधीक्षक की मनमानी से ग्वालियर नगर निगम मिनी स्मार्ट सिटी मैं शामिल है फिर भी यह अधिकारी अपनी मनमर्जी से पेड़ को काटना सही मानते हैं कहते हैं कि जो कहता हूं वह करके रहता हूं।