भिंड में बाल बाल बची बेटियां काल बनकर गिरी आकाशीय




विजली ने तीन बकरी दो बकरो को बनांया निशाना मौका स्थल पर ही ढेर हुए पशु, ग्राम पुर पिरोड़ा की घटना*

भिंड । ग्रामीणों के पास मात्र एक ही धन होता है बह पशु धन जिंसको पाल कर अक्सर ग्रामीण लोग उनके बड़े होने पर उनकी कीमत का इंतजार करते है जिससे बह अपने परिवार की जीविका चलाते है ईस्वर के प्रकोप ओर उसकी मर्जी बिना पत्ता भी नही हिलता लेकिन इस हादसा से एक हेंडीकेप ब्यक्ति को बहुत बड़ा झटका लगा है ।घटना ग्राम पुर के पास रेलवे पटरी का बताया जा रहा है ।अशोक ओझा ,मुन्ना ओझा के खेत के पास लगा आम का पेड़ जिसके पास बकरी चरा रही दो बहनें तब बाल बाल बच गई जब बारिश के साथ तेज बिजली की कड़कड़ाहट की आवाज में आकाशीय बिजली ने दो बहनों को अपना निशाना बनाना चाहा कुमारी सुनीता 14 वर्ष कुमारी मनीषा उम्र 11 वर्ष पिता जसराम प्रजापति 45 वर्ष अपने घर से दोपहर में बकरी को चराने के लिए खेत पर लेकर गई ।पास में ही गाव के ओर बच्चे राज आकाश सुरेश भेंस चरा रहे थे कुछ देर के बाद तेज हवा के साथ पानी और आकाशीय विजली की कड़कड़ाहट की आवाजें आने लगी बिजली की आवाज सुनकर दोनो बहने आप के पेड़ के नीचे खड़ी होकर ईस्वर का नाम स्मरण कर ही रही थी की तभी उनको पास में बनी एक छतरी पक्की कंक्रीट की दिखाई दी जिसके पास दोनो बहने भाग कर पहुची ही थी की अचानक बिजली उसी आम के पेड़ पर जाकर गिरी जिस पेड़ के नीचे मनीषा सुनीता खड़ी थी कुछ देर के बाद जब दोनों बहनों ने ओर बच्चो ने देखा तो पेड़ के नीचे उनकी बकरियां मरी पड़ी थी ,जिसकी सूचना भाग कर गाँव के लोगो को की गाँव के लोग ओर बच्चियों के पिता ने देखा की बेटियाँ सुरक्षित है लेकिन उसकी बकरिया मृत पड़ी है ,जसराम प्रजापति ने ईस्वर का धन्यवाद किया हालांकि जसराम प्रजापति गाँव का बेहद गरीब किसान है जो की अपने परिवार के लिए मजदूरी कर भरण पोषण किया करता है जसराम प्रजापति ,का एक हाथ भी नही है ।ऐसे में उसके नुकसान की भरपाई जिला प्रसासन को आर्थिक सहायता देकर करनी चाहिए जिससे उसके परिवार के नुकसान की कुछ भरपाई की जा सके ।

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