लाडली बिटिया की यह आखिरी फोटो...:मुरैना में बच्ची के रेप और हत्या से टूटा परिवार, एक दिन पहले पापा को बुखार आया तो सिर दबाया, भाई ने फोटो ली और यही बन गई अंतिम याद
मुरैना में मासूम की रेप के बाद हत्या से परिवार पूरी तरह टूट चुका है। मां के आंसू सूख नहीं रहे हैं। दोनों भाई गुमसुम हैं। दो भाइयों की इकलौती लाड़ली के पिता बेसुध हैं। होश आने पर तस्वीर देखने के बाद रोने लगते हैं। आंसू पोछते हुए कहते हैं कि ये फोटो मेरी बच्ची की आखिरी याद है। हमारी चहेती अब हमारे बीच नहीं रही...। बच्ची के पिता बताते हैं कि एक दिन पहले ही मुझे हल्का बुखार था। घर में सबसे ज्यादा चिंता मेरी 5 साल की बेटी को थी। वह मेरे पास बैठी रही, मेरा सिर दबाती रही। वह कभी पानी तो कभी चाय के लिए भी बीच-बीच में पूछ रही थी।
घटना मुरैना के अंबाह कस्बे की थी। सोमवार को तबीयत कुछ ठीक लगने पर बच्ची के पिता दुकान के लिए निकल रहे थे। उनका एक नियम था, जाते-जाते बच्ची को रोज 10 रुपए देने का। आज भी उन्होंने बच्ची को रुपए दिए। यही 10 रुपए लेकर बच्ची दुकान से टोस्ट लेने गई थी। लौटते वक्त पड़ोस का ही आरोपी उसे अपने घर के अंदर खींच ले गया। इधर, काफी देर तक बच्ची नहीं लौटी तो परिजन परेशान हो गए। मोहल्ले के लोग भी तलाश में जुट गए।
एक पड़ोसी ने अपने घर में लगे CCTV के फुटेज चेक किए। बच्ची आरोपी के घर जाती दिखी। लोग फौरन वहां पहुंचे पर घर पर ताला जड़ा था। आरोपी भाग चुका था। आरोपी अंबाह के ही करीबी मिढैला गांव का रहने वाला था। उसके घरवालों को फोन लगाकर बुलाया गया। आरोपी के दादा खुद चाबी लेकर आए। बच्ची घर के अंदर तीसरे कमरे में पड़ी थी। मुंह, हाथ, पैर और गला रस्सी से बंधा था।प
पत्नी से कहा था- बच्चों को दूर रखना
बच्ची की मौत के बाद उसके पिता बुरी तरह टूट चुके हैं। उनकी आंखों से आंसू नहीं थम रहे। कहते हैं - मेरा सब कुछ चला गया। उन्होंने बताया कि आरोपी उनके घर में आता-जाता था। उनके बेटी से छोटे दो बेटे हैं। आरोपी बच्चों के साथ खेला करता था। वह आवारा और चालबाज किस्म का है। इसलिए उन्होंने पत्नी से कह रखा था कि इसे घर के अंदर मत आने दिया करो।
दो साल पहले घर से भाग चुका है
बच्ची के पिता ने बताया कि आरोपी अवारा किस्म का है। दो साल पहले अपने घर से गायब हो चुका है। उसके गायब होने की रिपोर्ट उसके माता-पिता ने अंबाह थाने में लिखवाई थी। कुछ दिन बाद वह वापस आ गया। वापस आने पर बोला कि उसे कोई बाबा पकड़ कर ले गया था।
नाबालिग नहीं, बालिग है आरोपी
बच्ची के पिता का कहना है कि आरोपी बालिग है। नाबालिग नहीं है। उसे फांसी दी जाए। जब उनको बताया कि पुलिस उसे नाबालिग मान रही है तो वह बोले- यह गलत है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के आधार कार्ड में उसका जन्म 2007 का दर्शाया गया है। इससे वह अभी 14 साल का हुआ।
साइको लग रहा आरोपी
SDOP अशोक जादौन का कहना है कि आरोपी साइको दिखाई दे रहा है। उससे लगातार पूछताछ की जा रही है, लेकिन वह कुछ नहीं बता रहा। चुपचाप बैठा है। कड़ाई से पूछताछ की तो वह बोला कि उसे कुछ नहीं मालूम। आरोपी अभी नाबालिग है। हम उसका मेडिकल कराएंगे।