प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा पीएम किसान निधि योजना में राशि ऑनलाइन अंतरित
पीएम किसान सम्मान निधि योजना में जिले के 86 हजार 262 किसान लाभान्वित
पीएम के कार्यक्रम को श्योपुर में देखा और सुना
श्योपुर, । प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को 10वी किश्त का ऑनलाइन भुगतान सिंगल क्लिक के माध्यम से किया गया। इस योजना के अंतर्गत श्योपुर जिले के 86 हजार 262 किसानों को 17 करोड़ 25 लाख 24 हजार रूपयें की राशि अंतरित कर लाभान्वित किया गया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अतंर्गत देश के 10 करोड़ 09 किसानों को 20 हजार 946 करोड़ रूपयें की राशि ऑनलाइन अंतरित की गई है। साथ ही किसान उत्पादन संगठनों से जुडे 01 लाख 24 हजार किसानों को 14 करोड से अधिक की राशि भी प्रदान की है। उन्होने कहा कि कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढाने के लगातार प्रयास किये जा रहे है। पिछले सात सालो में जैविक एवं प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन दिया गया है। प्राकृतिक खेती से जमीन की उर्वरकता शक्ति बरकरार रहती है। परम्परागत खेती एवं मोटे अनाज को बढावा देने की दिशा में कदम उठाये गये है। उन्होने कहा कि 02 करोड लोगों को नल स ेजल उपलब्ध कराया गया है। इसी प्रकार 80 करोड लोगों को मुफ्त राशन की सुविधा दी गई है। कोरोना से लडाई में हर भारतीय की शक्ति ने देश को उर्जा दी है। 145 करोड वैक्सीन डोज लगाये गये है। सबके प्रयास से हमने कोरोना का सामना किया है। देशभर में बडी संख्या में ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना की गई है। मेडीकल कॉलेज खोले गये है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि डिजीटल इंडिया को नई ताकत दी गई है। 70 लाख करोड का लेन-देन डिजीटल सुविधा से किया गया है। 50 हजार से अधिक स्टार्टअप शुरू हुए है। देश में विदेशी निवेश रिकार्ड रूप में हुआ है। पीएम आवास योजना में 02 करोड से अधिक महिलाओं को आवास का मालिकाना हक दिया गया है। देश न केवल आर्थिक क्षेत्र में तरक्की कर रहा है, बल्कि सांस्कृतिक क्षेत्र में भी नई पहचान बनाई है। खेलों को लगातार प्रोत्साहन दिये जाने से खिलाडियों ने कई प्रतिस्पर्धाओ में देश का नाम रोशन किया है। उन्होने कहा कि राष्ट्र लक्ष्यों की प्रप्ति की दिशा में कार्य जारी है। वर्ष 2022 में अपनी गति को ओर तेज करने की दिशा में कदम उठाये जा रहे है। डर, भय, आंशका को छोडकर लक्ष्य की ओर बढना है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड के जैविक प्राकृतिक खेती आधारित एफपीओ, पंजाब के कस्टम हायर सेंटर आधारित एफपीओं, राजस्थान के मधुमक्खी पालन, शहद उत्पादन आधारित एफपीओं सहित उत्तरप्रदेश, तमिलनाडू, गुजरात के किसान उत्पादक संगठनों से लाइव संवाद किया तथा उनकी गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की।
केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कार्यक्रम के प्रारंभ में बताया कि प्रधानमंत्री जी नेतृत्व में विगत सात वर्षो में देश के किसानों को अनेक प्रकार की सुविधाए दी गई है। साथ ही किसानों की आर्थिक समृद्धि की दिशा में कदम उठाये गये है। छोटे किसानों के लिए किसान सम्मान निधि योजना संचालित की गई है। इस योजना में देश का 86 प्रतिशत किसान लाभान्वित हो रहे हैं, यह वह किसान है, जिनके पास खेती का छोटा रकबा है। कृषि आदानों में आत्मनिर्भरता बढाने के लिए कार्य किये जा रहे है। प्राकृतिक कृषि पद्धति को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
जिला मुख्यालय श्योपुर के निषादराज भवन पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में कलेक्टर श्री शिवम वर्मा, सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र जाट, प्रदेश कार्य समिति सदस्य श्री कैलाशनारायण गुप्ता, पार्टी पदाधिकारी श्रीमती मिथलेशत तोमर, श्री हरनारायण जाट, श्री दिनेश दुबोलिया, श्री ओम राठौर, श्री महेश राठौर, श्रीमती रमा वैष्णव, श्री रामस्वरूप वैष्णव, पूर्व मंडी अध्यक्ष श्री काशीराम सेंगर, समाजसेवी श्रीमती अंजना मारवाडी, एसडीएम श्री लोकेन्द्र सरल, उपसंचालक कृषि श्री पी गुजरे, डीपीएम एनआरएलएम श्री एसके मुदगल, कृषि विभाग के सलाहकार श्री विश्म्भर गौड़, डीआईओ श्री कपिल पाटीदार अन्य विभागीय अधिकारी एवं किसान तथा एफपीओ के सदस्यों ने प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम को देखा और सुना। जिला स्तरीय कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा मा सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके उपरांत कन्यापूजन हुआ।
खण्डस्तरीय क्राईसिस मैनेजमेंट समूह की बैठक आयोजित
श्योपुर, । कलेक्टर श्री शिवम वर्मा के निर्देशन में एसडीएम श्री लोकेन्द्र सरल की अध्यक्षता में खण्ड स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट समूह कराहल की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में तहसीलदार कराहल श्रीमती मनीषा कौल, नायब तहसीलदार श्री नवलकिशोर जाटव, बीएमओ डॉ राजेन्द्र वर्मा, बीईओ श्री एसपी भार्गव, जनपद सदस्य श्री मेहरबान सिंह, एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी की समीक्षा की गई। साथ ही मास्क वितरण, चालानी कार्यवाही, वैक्सीनेशन के बूस्टर डोज एवं दूसरे डोज को लगवाने के सम्बंध में बीएमओं एवं तहसीलदार को निर्देशित किया। बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा उपयोगी सुझाव दिये गये।
अनुग्रह राशि के लिए दिशा-निर्देश जारी
श्योपुर, । राज्य शासन के निर्देशानुसार कोविड-19 संक्रमण की वजह से जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उनके परिजन को भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा 50 हजार रूपए की अनुग्रह राशि दी जाती है। इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
अनुग्रह राशि के आवेदन, दावों की प्राप्ति, निराकरण एवं अनुग्रह राशि के वितरण से संबंधित पंजीयन के लिये प्रदेश में एक वेब पोर्टल बनाया गया है, जिसका वेब एड्रेस ीजजचेरूध्ध्ेमतअपबमेण्उचण्हवअण्पद है। संबंधित आवेदक व वारिसान इस वेब पोर्टल पर “कोविड-19 संक्रमण से मृत्यु पर अनुग्रह राशि” पर क्लिक कर अपना आवेदन भर सकते हैं।
पंचायतों का फिर से होगा परिसीमन
श्योपुर, । मध्यप्रदेश के राज्यपाल द्वारा गुरूवार को मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश, 2021 प्रख्यापित किया गया है। इस अध्यादेश के द्वारा मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम, 1993 में एक नयी धारा 10 क जोड़ी गई है।
इसके द्वारा यह प्रावधान किया गया है कि यदि पंचायतों के कार्यकाल के समाप्ति के पूर्व किए गए पंचायतों अथवा उनके वार्डों अथवा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन अथवा विभाजन के प्रकाशन की तारीख से अठारह माह के भीतर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा किसी भी कारण से निर्वाचन की अधिसूचना जारी नहीं की जाती है तो ऐसा परिसीमन अथवा विभाजन अठारह माह की अवधि की समाप्ति पर निरस्त समझा जाएगा। ऐसी स्थिति में इन पंचायतों और इनके वार्डों और निर्वाचन क्षेत्रों का परिसीमन अथवा विभाजन नये सिरे से किया जाएगा। प्रदेश में वर्ष 2020 के पंचायतों के सामान्य निर्वाचन के लिए सितम्बर 2019 में परिसीमन की कार्यवाही की गई थी, जो इस अध्यादेश के परिणामस्वरूप निरस्त हो गई है। अब पंचायतों और उनके वार्डों तथा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन और विभाजन की कार्यवाही पुनः की जाएगी, जिसके आधार पर निर्वाचन की लंबित प्रक्रिया संपन्न होगी।
जिले में कोरोना संक्रमण रोकने की कार्यवाही जारी
श्योपुर, । कलेक्टर श्री शिवम वर्मा के निर्देशन में नोबल कोरोना वायरस कोविड-19 के अतंर्गत श्योपुर जिलें में संक्रमण को रोकने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय किये जा रहे है। साथ ही समय-समय पर मिलने वाले संक्रमित मरीजो को कोरोना से निजात दिलाने की कार्यवाही जारी है।
सीएमएचओ डॉ बीएल यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमण की दिशा में राज्य/अन्य राज्यों से आये 17362 यात्रियो की स्क्रीनिंग कार्य मेडीकल टीम द्वारा समय-समय पर कराने की सुविधा दी गई है। जिसमें विदेश भ्रमण से आये 64 व्यक्तियों को स्क्रीनिंग की सुविधा प्रदान की गई। इसी प्रकार विदेश से आये इतने ही व्यक्तियों को होम कोरेनटाईन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। साथ ही उनका होमकोरेनटाइन का पीरियड भी पूर्ण हो चुका है। इसके अलावा विदेश से आये 02 यात्री जिले मे वापिस नही लौटे है।
इसी प्रकार जिले में होम कोरेनटाईन किये गये 17550 व्यक्तियों में से 17550 को घर भेजा जा चुका है। इसके अलावा 211144 व्यक्तियों के सेम्पल लिये जा चुके है। साथ ही 4001 कोरोना वायरस सेम्पल रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई थी। इसी प्रकार कोरोना वायरस सेम्पल में 199841 व्यक्तियों की जानकारी निगेटिव पाई गई है।
सीएमएचओ श्योपुर द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार 477 व्यक्तियों की सेम्पल रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। इसके अलावा 5546 कोरोना वायरस सेम्पल पैथोलॉजी द्वारा रिजेक्ट कर दिये गये है। कोरोना संक्रमण से 78 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है। साथ ही कोरोना संक्रमित 3923 व्यक्ति ठीक होने के बाद अपने घर पहुंच गये है। इसके अलावा कुल सर्वे न्यू माईक्रो कॉटेन्टमेंट एरिया 0 घोषित किये गये थे।
10.09 करोड़ किसानों को पीएम-किसान में 20946 करोड़ रू. व एफपीओ सदस्यों को 14 करोड़ रू. इक्विटी ग्रांट प्रदान
एफपीओ के रूप में छोटे किसानों के पास बड़ी शक्तियां- प्रधानमंत्री
हर भारतीय की शक्ति सामूहिक रूप में परिवर्तित होकर देश के विकास को नई गति और नई ऊर्जा दे रही है- श्री मोदी
प्रधानमंत्री द्वारा सृजित योजनाएं किसानों का जीवन स्तर बदलेगी- श्री तोमर
श्योपुर,। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) स्कीम के तहत देश के 10.09 करोड़ किसान भाइयों-बहनों को 20,946 करोड़ रुपए 10वीं किस्त जारी की, साथ ही किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के सदस्य 1,24486 किसानों को 14 करोड़ रु. से ज्यादा की इक्विटी ग्रांट प्रदान की गई। आज की राशि को मिलाकर पीएम-किसान स्कीम में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किसानों के बैंक खातों में लगभग 1.82 लाख करोड़ रु. दिए जा चुके हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे किसानों के बढ़ते हुए सामर्थ्य को संगठित रूप देने में हमारे एफपीओ की बड़ी भूमिका है। जो छोटा किसान पहले अलग-थलग रहता था, उसके पास अब एफपीओ के रूप में पांच बड़ी शक्तियां हैं। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसान हित में पीएम किसान, एक लाख करोड़ रु. के कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड सहित अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं का सृजन किया है, जो किसानों का जीवन स्तर बदलते हुए इनकी प्रगति में मील का पत्थर साबित होगी।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि एफपीओ के रूप में किसानों के पास पहली शक्ति है- बेहतर बार्गेनिंग यानी मोलभाव की शक्ति, दूसरी शक्ति किसानों को मिली है बड़े स्तर पर व्यापार की। एफपीओ के रूप में किसान संगठित होकर काम करते हैं, लिहाजा उनके लिए संभावनाएं भी बड़ी होती हैं। तीसरी ताकत है- इनोवेशन की। एक साथ कई किसान मिलते हैं तो उनके अनुभव साथ में जुड़ते हैं, जानकारी बढ़ती है। नए-नए इनोवेशन्स के लिए रास्ता खुलता है। एफपीओ में चौथी शक्ति है- रिस्क मैनेजमेंट की। एक साथ मिलकर आप चुनौतियों का बेहतर आकलन भी कर सकते हैं, उससे निपटने के रास्ते भी बना सकते हैं। और पांचवीं शक्ति है- बाज़ार के हिसाब से बदलने की क्षमता। श्री मोदी ने कहा कि हमारी धरती को बंजर होने के बचाने का एक बड़ा तरीका है- केमिकल मुक्त खेती, इसलिए बीते वर्ष में देश ने एक और दूरदर्शी प्रयास शुरू किया है। ये प्रयास है- प्राकृतिक खेती का। देश के किसान का विश्वास देश की सबसे बड़ी ताकत है।
श्री मोदी ने कहा कि आज जब हम नव वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, तब बीते साल के अपने प्रयासों से प्रेरणा लेकर हमें नए संकल्पों की तरफ बढ़ना है। इस साल हम अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे करेंगे। ये समय देश के संकल्पों की एक नई जीवंत यात्रा शुरू करने का है, नए हौसले से आगे बढ़ने का है। कितने ही लोग देश के लिए अपना जीवन खपा रहे हैं, देश को बना रहे हैं। ये काम पहले भी करते थे, लेकिन इन्हें पहचान देने का काम अभी हुआ है। हर भारतीय की शक्ति आज सामूहिक रूप में परिवर्तित होकर देश के विकास को नई गति और नई ऊर्जा दे रही है। उन्होंने कहा कि आज हमारी अर्थव्यवस्था की विकास दर 8% से भी ज्यादा है। भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आया है। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है। जीएसटी कलेक्शन में भी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हुए हैं। निर्यात और विशेषकर कृषि के मामले में भी हमने नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। वर्ष 2021 में भारत ने करीब 70 लाख करोड़ रुपए का लेन-देन सिर्फ यूपीआई से किया है। आज भारत में 50 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप्स काम कर रहे हैं। इनमें से 10 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप्स तो पिछले 6 महीने में बने हैं। 2021 में भारत ने अपने सैनिक स्कूलों को बेटियों के लिए खोल दिया। 2021 में भारत ने नेशनल डिफेंस एकेडमी के द्वार भी महिलाओं के लिए खोल दिए हैं। 2021 में भारत ने बेटियों की शादी की उम्र को 18 से बढ़ाकर 21 साल यानि बेटों के बराबर करने का भी प्रयास शुरू किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि क्लाइमेट चेंज के खिलाफ विश्व का नेतृत्व करते हुए भारत ने 2070 तक नेट जीरो कार्बन एमिशन का भी लक्ष्य दुनिया के सामने रखा है। आज भारत हाइड्रोजन मिशन पर काम कर रहा है, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में लीड ले रहा है। पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की गति को नई धार देने वाला है। मेक इन इंडिया को नए आयाम देते हुए देश ने चिप निर्माण, सेमीकंडक्टर जैसे नए सेक्टर के लिए महत्वकांक्षी योजनाएं लागू की है। ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना के साथ राष्ट्र के लिए निरंतर प्रयास, आज हर भारतीय का मनोभाव बन रहा है। इसलिए ही हमारे प्रयासों में एकजुटता है, संकल्पों में सिद्धि की अधीरता है, हमारी नीतियों में निरंतरता है, निर्णयों में दूरदर्शिता है।
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने प्रधानमंत्री को हार्दिक धन्यवाद देते हुए कहा कि कृषि संबंधी जब भी कोई विषय होता है तो वे बहुत ही सह्रदय होकर महत्व प्रदान करते हैं व करोड़ों किसानों को अनुग्रहित करते हैं। श्री तोमर ने कहा कि श्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में तेरह साल तक सफलतापूर्वक काम किया है, वहां उन्होंने सूखा तथा पेयजल व सिंचाई संकट की दुरावस्था में काम करते हुए राज्य की गरीबी व किसानों की पीड़ा को बहुत ही नजदीक से देखा और अपने दूरगामी दृष्टिकोण के परिणामस्वरूप परिश्रमपूर्वक भगीरथ बनकर गुजरात में गांव-गांव में राहत पहुंचाने का काम उनके नेतृत्व में हुआ है।
श्री तोमर ने कहा कि राज्य सरकारों को केंद्र सरकार के साथ काम करने में किस प्रकार की कठिनाई होती है, इसका अनुभव भी श्री मोदी को बखूबी है, इसलिए जब उन्होंने प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभाला तो कृषि व गांवों के विकास, गरीबी दूर करने आदि के लिए उस मुताबिक योजनाओं का सृजन किया। इन योजनाओं के माध्यम से गत सात वर्ष से भारतवर्ष के किसानों को सुविधाएं प्रदान की जा रही है, जिससे निश्चित रूप से उनके जीवन स्तर में बदलाव आ रहा है। देशभर में किसान या किसान संगठनों द्वारा मांग किए बिना प्रधानमंत्री जी किसान सम्मान निधि योजना लाएं, जिसके माध्यम से पर्याप्त मात्रा में बजट प्रावधान कर किसानों को आय सहायता प्रदान की जा रही है और किसान देश के नवनिर्माण में आत्मनिर्भर भारत में योगदान दे सकेंगे।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि देश में लगभग 86 प्रतिशत छोटे किसान हैं, इनका योगदान जरूरी है, जिसके लिए इन्हें संगठित करने हेतु 6865 करोड़ रू. के खर्च से दस हजार नए एफपीओ बनाए जा रहे हैं। गत 16 दिसंबर को आणंद (गुजरात) में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से करोड़ों किसानों के बीच प्रधानमंत्री जी ने प्राकृतिक खेती पर बल दिया है। किसान व राज्य सरकारें इस दिशा में प्रवृत्त हो रहे हैं और प्राकृतिक खेती का यह एक आंदोलन बनेगा, जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी, उत्पादकता बढ़ेगी व खेती में लागत कम आएगी।
कार्यक्रम में उ.प्र. के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गेहलोत, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री, उप राज्यपाल, कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी व सुश्री शोभा करंदलाजे, सांसद-विधायकगण तथा अन्य जनप्रतिनिधि और केंद्र व राज्यों के अधिकारी उपस्थित थे। करोड़ों किसान भाई-बहन आनलाइन व कृषि विज्ञान केंद्रों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों आदि जगह से जुड़े थे। संचालन कृषि सचिव श्री संजय अग्रवाल ने किया। प्रारंभ में प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु व गुजरात के एफपीओ के सदस्यों से संवाद किया।
प्रधानमंत्री के किसान-कल्याण के संकल्प की सिद्धि के लिए मिलकर करेंगे प्रयास : मुख्यमंत्री श्री चौहान
प्रधानमंत्री द्वारा देश के 11.37 करोड़ किसानों को 20 हजार करोड़ की राशि अंतरित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने माना प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार
श्योपुर, 01 जनवरी 2022
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र में शिरडी धाम में प्रवास के दौरान आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के किसान सम्मान निधि की 10 वीं किस्त के अंतरण के अवसर पर उनके उद्बोधन का वर्चुअल श्रवण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि "प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किसान-कल्याण के लिए जो संकल्प लिये हैं, उनकी सिद्धि के लिए मैं और मध्यप्रदेश के किसान मिलकर हरसंभव प्रयास करने के लिए संकल्पित हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई पीएम किसान सम्मान निधि योजना में नए साल के पहले दिन 10 वीं किस्त के रूप में देश के 11 करोड़ 37 लाख किसानों को 20 हजार करोड़ की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर करने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी का हृदय से आभार माना है।"
जैविक खेती को बढ़ावा देने का प्रयास
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री मोदी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में विगत कई वर्षों से जैविक खेती को बढ़ावा देने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश में 16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में जैविक खेती की जा रही है और 2020-21 में जैविक उत्पादों का ढाई हजार करोड़ रुपये से अधिक का निर्यात हुआ है। साथ ही किसानों की उन्नति के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। किसानों को मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में 4 हजार रूपये प्रति वर्ष 2 किश्तों में सम्मान निधि और जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर कर्ज एवं कृषि यंत्रों की खरीदी के लिए सहायता राशि दी जा रही है।
पर्यावरण संरक्षण में मध्यप्रदेश देगा हरसंभव योगदान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में पर्यावरण संरक्षण के लिए अंकुर अभियान में पौध-रोपण एवं सौर ऊर्जा के उत्पादन एवं उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के प्रधानमंत्री श्री मोदी के संकल्प की सिद्धि के लिए मध्यप्रदेश अपना हरसंभव योगदान देगा।
बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ के मंत्र ने दी नई ऊर्जा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के “बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ” के मंत्र ने देश को नई ऊर्जा दी है। हमारी बेटियाँ हर क्षेत्र में शिखर प्राप्त कर रही हैं, इसका श्रेय प्रधानमंत्री श्री मोदी को जाता है। मध्यप्रदेश में बेटियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी सहित कई प्रभावशाली योजनाएँ जारी हैं।