(कहानी सच्ची है):मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने कु. कृष्णा नार्वे को स्वावलम्बी बनाया
मुरैना 24 जुलाई 2022/व्यक्ति मन में कोई सोच ठान लें तो वह पूर्ण करके छोड़ता है। ऐसी ही सोच नूराबाद की कु. कृष्णा नार्वे ने सोच रखी थी, जिसे मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने पूरी की। कृष्णा नार्वे ने ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान मुरैना के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी सोच को साकार कर लिया है।
नूराबाद निवासी कृष्णा नार्वे ने बताया कि व्यक्ति के मन में ललक होनी चाहिये, व्यक्ति को मंजिल अवश्य मिल जाती है। कु. कृष्णा नार्वे ने बताया कि परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुये मैंने अपनी पढ़ाई कक्षा 12वीं तक की। परिवार की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी। इसलिये मैंने आगे की पढ़ाई नहीं की, किन्तु मन में ब्यूटीपार्लर खोलने की तमन्ना थी। कई बार पिताजी को ब्यूटीपार्लर खोलने के लिये जिद करती रहीं, किन्तु आर्थिक तंगी के कारण पिताजी सिर्फ आश्वासन ही दे सके, किन्तु ब्यूटीपार्लर खुलवाने में हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। पड़ौस में रहने वाली एक महिला ने बताया कि मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिये महिला समूह बनाये जा रहे है। उसने कृष्णा नार्वे से कहा कि अगर आप महिला समूह बना लेती है तो आप भी ब्यूटीपार्लर का प्रशिक्षण लेकर स्वयं का व्यवसाय खोल सकतीं है।
महिला की बात को सुनकर कु. नार्वे ने आस-पड़ौस की महिलाओं से चर्चा करके स्वयं के व्यवसाय को चलाने के मकसद से 10 महिलाओं का मां शीतला जनहितकारी स्व-सहायता समूह का गठन किया। समूह का गठन होने के पश्चात् महिलाओं ने प्रति सप्ताह 100 रूपये की राशि एकजाई की और उसे बैंक में जमा किया।
जिला पंचायत द्वारा मां शीतला जनहितकारी समूह की महिलाओं को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिलाये जा रहे थे, जिसमें महिलाओं को ब्यूटीपार्लर, सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण सेन्ट ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से दिया जा रहा था। मैंने भी अपना फार्म ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में जमा किया और एक महीने का ट्रेनिंग प्राप्त कर मैं ब्यूटीपार्लर के कार्य में दक्ष हो गई।
बैंक में धीरे-धीरे अच्छी खासी हमारे समूह की साख बन गई है। कुछ समय बाद बैंक ने ऑफर दिया कि आप छोटो-मोटा व्यवसाय करने के लिये ऋण बतौर 50 हजार रूपये की राशि ले सकते है। मैंने बैंक में अपना ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा दिया हुआ प्रमाणपत्र दिखाया तो बैंक ने मुझे 50 हजार रूपये की राशि ब्यूटीपार्लर के लिये जारी कर दी। बस फिर क्या था, मैंने ब्यूटीपार्लर की दुकान नूराबाद में खोली, जिससे दुकान धीरे-धीरे चलने लगी। अब तो शादी-विवाह के ऑडर दुल्हन सजाने के लिये मिलने लगे। अब मेरी आय शादी-विवाह में 15 से 20 हजार रूपये प्रतिमाह होनी लगी और नॉर्मलतौर पर प्रतिदिन मुझे 400 से 500 रूपये की आय प्राप्त होने लगी। मैं अपने पैरों पर पूर्णतः खड़ी हो चुकीं हूं। अपने माता-पिता का भी घर कार्य में सहयोग कर रहीं हूं। मुझे मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और सेन्ट आरसेटी ने स्वावलम्बी बनाया। मैं प्रदेश सरकार का बहुत-बहुत आभारी हूं, जिन्होंने हम जैसे गरीब लोंगो के लिये यह योजना बनाई है।
(कहानी सच्ची है)
कम्प्यूटर का ज्ञान प्राप्त कर समूह की महिलायें बना रहीं है आयुष्मान भारत कार्ड
मुरैना 24 जुलाई 2022/महिलायें भी पुरूष से कहीं कम नहीं है। ये सब साकार हुआ है मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा समूह में जुड़कर। जो कि महिलाओं ने आयुष्मान भारत कार्ड बनाने का जिम्मा हाथ में लिया था, अभी तक समूह की महिलायें 650 कार्ड भी बना चुकीं है।
ग्राम गोठ ’’माया आजीविका स्व-सहायता समूह’’ की अध्यक्ष श्रीमती अल्पना तोमर ने बताया कि महिलायें क्या नहीं कर सकतीं। महिलायें पुरूषों से भी पीछे नहीं है। वर्ष 2018 में एनआरएलएम के मार्गदर्शन में मेरे द्वारा स्व-सहायता समूह का गठन किया गया था, जिसमें 10 महिलायें शामिल की थीं। समूह की सभी महिलायें अत्यन्त गरीब परिवार से थी, उन्हें कोई मार्गदर्शन और आजीविका चलाने के लिये रोजगार की जरूरत भी थी। किंतु मेरे द्वारा समूह का गठन किया और 20-20 रूपये प्रति महिला के मान से प्रति सप्ताह इकट्ठा कर करीबन 40 हजार रूपये की बचत बैंक में जमा हुई। इसके बाद शासन द्वारा प्रति महिला 10 हजार रूपये के मान से एक लाख रूपये की राशि प्राप्त हुई। समूह द्वारा धीरे-धीरे झाड़ू बनाने का कार्य किया। उससे भी कुछ आय प्रति महिला के मान से प्राप्त होने लगी। समूह में कुछ महिलायें अच्छी पढ़ी-लिखी भी थीं। जिन्हें अल्प ज्ञान कम्प्यूटर में कराना जरूरी था। एनआरएलएम द्वारा समूह को कम्प्यूटर का ज्ञान कराया, तब महिलाओं ने आयुष्मान भारत कार्ड बनाने का जिम्मा हाथ में लिया। आज तक माया आजीविका स्व-सहायता समूह द्वारा 650 आयुष्मान भारत कार्ड निःशुल्क बनाये जा चुके है। समूह की अध्यक्ष श्रीमती अल्पना तोमर ने बताया कि प्रति कार्ड शासन द्वारा जो भी मानदेय मिलेगा उसे हम स्वीकार करेंगे।
(खुशियों की दास्ताँ)
श्रीमती रिजवाना वानो को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत मिली सहायता राशि
मुरैना 24 जुलाई 2022/अम्बाह के वार्ड नम्बर 3 जिला मुरैना निवासी श्रीमती रिजवाना वानो ने बताया कि मैं एक गरीब परिवार की महिला हूं, मेरे पति मजदूरी करते हैं और जब वह पहली बार गर्भवती हुई तो उन्हें चिंता होने लगी थी, क्योंकि उनके पास इतना पैसा नहीं था कि वे अपना और अपने पेट में पल रहे बच्चे का ध्यान रख सकें।
एक दिन उन्हें प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के बारे में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने बताया तो खुश हुई और जब उन्होंने अपना पंजीयन आंगनवाड़ी में कराया तो उन्हें सरकार की तरफ से पहली किस्त 1000 रुपये की प्राप्त हुई, दूसरी क़िस्त गर्भावस्था के 6 माह पूरे होने पर जांच के बाद 2000 रुपये प्राप्त हुये। उन पैसों से श्रीमती रिजवाना ने अपने पोषण-आहार की सामग्री खरीदी और अपना और अपने बच्चे के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा। डिलेवरी होने के बाद बच्चे को प्रथम चक्र के तीनों टीके लगने के बाद तीसरी क़िस्त 2000 रुपये की प्राप्त हुई। सरकार की तरफ से उन्हें कुल 5000 रूपये की राशि प्राप्त हुई। श्रीमती रिजवाना वानो ने बताया कि यह योजना महिलाओं के लिये बहुत लाभकारी सिद्ध हो रही है। रिजवाना बानो ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया है।
डी.डी.शाक्यवार
(खुशियों की दास्ताँ): प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना से माता और शिशु को मिल रहा है पर्याप्त पोषण
मुरैना 24 जुलाई 2022/महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान आर्थिक मदद दिलाने एवं माता और शिशु के पर्याप्त पोषण आहार के लिए प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना संचालित है। योजना के तहत बच्चे के जन्म पर 5 हजार रूपये की सहायता राशि दी जाती है। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं के स्वास्थ्य में सुधार लाना है। साथ ही मातृ-मृत्यु दर में कमी लाने में भी यह योजना सहायक है।
एमएस रोड़ राठौर गली वार्ड नंबर 7-बी जौरा जिला मुरैना निवासी श्रीमती पूजा पत्नी राजीव पाराशर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना से लाभान्वित हुई है। श्रीमती पूजा ने बताया कि इस योजना से जो राशि प्राप्त हुई है, उससे मुझे खान-पान में बहुत सहायता मिली और मेरे शिशु के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी हुई है। श्रीमती पूजा ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में पहले बच्चे के जन्म पर सुरक्षित मातृत्व के लिए 5 हजार रूपये की सहायता तीन किश्तों में दी जाती है। एक हजार रूपये की पहली किश्त आंगनबाड़ी केंद्र पर गर्भावस्था का पंजीयन कराने पर, दो हजार रूपये की दूसरी किश्त गर्भावस्था के 6 माह पूर्ण होने पर तथा दो हजार रूपये की तीसरी किश्त बच्चे के जन्म के पंजीकरण और बच्चे के प्रथम चक्र के टीकाकरण पूर्ण होने पर दी जाती है। सहायता राशि देने के लिए श्रीमती पूजा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया है।
(खुशियों की दास्ताँ)
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में मिली राशि से श्रीमती अनामिका ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जी को दिया धन्यवाद
मुरैना 24 जुलाई 2022/नगर निगम के तेली पाड़ा निवासी श्रीमती अनामिका पत्नि अंकुर गुप्ता को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में मिली सहायता राशि से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देती है।
श्रीमती अनामिता गुप्ता ने बताया कि हम जैसे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगो के लिए यह योजना वरदान है। मैंने आंगनबाड़ी में पंजीयन कराया और उसके कुछ समय बाद तीन किश्तों में कुल 5 हजार रूपए मेरे खाते में आ गए। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना से मिली इस राशि से मुझे और बच्चे को पोष्टिक आहार में बड़ी मदद मिली है। श्रीमती अनामिका गुप्ता बताती हैं कि यह राशि नहीं मिलती तो शायद मुझे और मेरे बच्चे को सम्पूर्ण पोष्टिक आहार उपलब्ध नहीं हो पाता। इस योजना से मिली मदद के लिए श्रीमती अनामिका गुप्ता ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया है।
आबकारी विभाग ने कैलारस में 70 फलदार एवं फूलदार पौधों का रोपण किया
मुरैना 24 जुलाई 2022/जिला आबकारी अधिकारी सुश्री निधी जैन ने आबकारी विभाग मुरैना के स्टाफ सहित शनिवार को अंकुर महाअभियान के अंतर्गत कैलारस में 70 फलदार एवं फूलदार पौधौं का पौधरोपण किया। सहायक जिला आबकारी अधिकारी विजय सेन, उपनिरीक्षक सुनील सेमर द्वारा मुख्य रूप से आम, अनार, ऑवला, नाशपाती, अमरुद, नींबू, चम्पा, कनेर तथा छायादार प्रजाति के अन्य पौधो का रोपण किया। इसके साथ ही पौधरोपण की फोटो सहित जानकारी वायुदूत एप पर भी अपलोड की गई है।
खेरली के पंचायत सचिव को कारण बताओ नोटिस
मुरैना 24 जुलाई 2022/पंचायत निर्वाचन 2022 के तृतीय चरण का मतदान 8 जुलाई को सम्पन्न हुआ था। मतदान के दौरान पॉलिंग पार्टी मतदान कराने पहुंची थी, उस समय मतदान केन्द्र क्रमांक 37 गुलाबपुरा पहाड़गढ़ में साफ-सफाई नहीं पायी गई। जबकि पशुपालकों द्वारा अपनी भैंसो को मतदान केन्द्र पर बांध रखा था। जिसके कारण पॉलिंग पार्टी को काफी परेशानी हुई।
पीठासीन अधिकारी द्वारा खेरली के पंचायत सचिव महेश जाटव से बार-बार संपर्क किया, परन्तु उनका कोई सहयोग प्राप्त नहीं हुआ। इस पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोशन कुमार सिंह ने अतिरिक्त सीईओ श्री आरके गोस्वामी की रिपोर्ट के आधार पर पंचायत सचिव खेरली को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस का जबाव तीन दिवस के अंदर प्राप्त न होने पर संबंधित पंचायत सचिव के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।